3,09,758 बच्चों ने बूथों पर गटकी 2 बूँद जिंदगी की

चकगर्बी में झुग्गी वासियों के 154 बच्चों का किया प्रतिरक्षण अब घर-घर पिलाई जाएगी पोलियो वैक्सीन

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो महाअभियान के तहत 0 से 5 वर्ष तक के 3,09,758 बच्चों को बूथों पर बाईवेलेंट ओरल पोलियो वैक्सीन की 2 बूँदें पिलाई गई। इस प्रकार पहले ही दिन 4,24,000 के लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 73% से अधिक का लक्ष्य हासिल कर लिया गया। अब घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों को वैक्सीन पिलाई जाएगी। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल के निर्देशानुसार श्री गंगानगर रोड से चक गरबी में पुनर्वासित झुग्गी वासियों के 154 बच्चों का प्रतिरक्षण किया गया। शहरी क्षेत्र के लगभग समस्त हाई रिस्क क्षेत्रों को पहले ही दिन कवर कर लिया गया।

अभियान का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पंवार ने एसडीएम जिला अस्पताल स्थित पल्स पोलियो बूथ से सादगीपूर्ण आगाज किया। अभियान के नोडल अधिकारी आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता, कार्यवाहक अधीक्षक डॉ हिमांशु दाधीच, डॉ भूपेंद्र तिवाड़ी, रोटरी क्लब रॉयल्स के डॉ विपिन लड्ढा, सचिव राजीव माथुर, पंकज पारीक, गुरदीप ओबेरॉय व स्टाफ ने भी बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाई।

शहर से लेकर गांव तक जिला व खंड स्तरीय अधिकारियों, डिपो प्रभारियों, विश्व स्वास्थ्य संगठन व यूएनडीपी के अधिकारियों ने अभियान की प्रभावी मॉनिटरिंग कर गुणवत्ता सुनिश्चित की।

सीएमएचओ डॉ अबरार ने बताया कि 1,554 बूथों, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर ट्रांजिट बूथ आदि की सहायता से ये कोशिश की गई कि एक भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में इस बार अभियान का जोश अलग ही रहा। औद्योगिक क्षेत्रों, ईंट भट्टों व ढ़ाणियों के मजदूर परिवारों व निर्माण साइटों पर भी अधिकाधिक बच्चों को ढूंढ-ढूंढ कर प्रतिरक्षित किया गया।

अब 3,000 टीमें घर-घर पिलाएंगी ओपीवी
आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि 19 व 20 सितम्बर को पोलियो बूथ पर कार्यरत चार सदस्यीय दल दो टीमों में विभक्त होकर सम्पूर्ण जिले में घर-घर जाकर बूथ पर दवा पीने से वंचित रह गये बच्चों को ढुंढते हुये पोलियो के विरूद्ध प्रतिरक्षण का कार्य करेगें। घरों में विजिट के दौरान बच्चों की उपस्थिति, अनुपस्थिति एवं पोलियो वेक्सीन पीने के आधार पर घरों पर मार्किंग करेगें। जब तक शत प्रतिशत बच्चे प्रतिरक्षित ना हो जाएं अभियान जारी रहेगा।