विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिले में कार्यरत एफपीओ के 40 सदस्यों के दल को कृषि विभाग के उप निदेशक छोटेलाल यादव ने सोमवार को हरी झंडी दिखाकर प्रशिक्षण के लिए रवाना किया। इस अवसर पर कृषि विभाग के उप निदेशक यादव ने दल को संबोधित करते हुए कहा कि जो कृषक अपने घरों पर दुधारू पशुओं का पालन कर रहे हैं, वो आत्मा योजनांतर्गत आयोजित प्रशिक्षण का लाभ उठाएं, और अपने पशुओं को निरोगी रखते हुए, दुग्ध उत्पादन बढ़ाएं।
आत्मा के परियोजना निदेशक योगेश कुमार शर्मा ने प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कार्यरत एफपीओ सदस्यों के लिए, माइक्रो डेयरी मेनेजमेंट विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण 10 से 14 अक्टूबर तक पं. दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय मथुरा में आयोजित किया जा रहा है, इस प्रशिक्षण के लिए जिले में कार्यरत एफपीओ के सदस्यों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जा गया है। पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषक दुधारू पशुओं को कितना चारा खिलाएं, चारा कैसे खिलाएं, किस समय चारा खिलाएं, चारे में क्या क्या होना चाहिए, पशुओं में लगने वाले विभिन्न रोगों की जानकारी, उनकी पहचान के लक्षण, रोगों से बचाव के उपायों, पशुओं का रखरखाव, इत्यादि विषयों पर जानकारी दी जाएगी। कृषक अपने घर पर उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए,किस तरह से अपने पशुओं को स्वस्थ और निरोगी रखें, ताकि उनके रखरखाव पर कम खर्च हो और पशुओं द्वारा मिलने वाले दूध की मात्रा बढ़ सके, इन सभी विषयों पर लिखित, प्रयोगात्मक और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करेंगे।
वर्तमान में पशुओं, विशेष रूप से गायों में चल रही लंपी बीमारी की जानकारी भी प्राप्त करेंगे तथा इस बीमारी से बचाव और निजात पाने के बारे में भी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
इस दौरान कृषि अधिकारी राधारमण शर्मा, कट्स संस्था के राजेन्द्र माहुरे सहित अन्य कृषक उपस्थित रहे।