विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। उद्योग विभाग व उद्यम प्रोत्साहन संस्थान की ओर से आयोजित होने वाले ’56 भोग उत्सव-2022′ की शुरुआत 9 दिसंबर को शाम 5 बजे होगी। आमजन प्रातः 11 बजे से सायं 9 बजे तक व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे। स्थानीय राजस्थान हाट (जल महल) में यह फूड फेस्टिवल 12 दिसम्बर तक चलेगा।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने आमजन से इस फूड फेस्टिवल में आकर लजीज व्यंजनों का आस्वादन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के मशहूर व्यंजनों के लिए यह उत्सव बेहतर मंच साबित होगा। उन्होंने बताया कि उत्सव में राजस्थान के स्वादिष्ट व्यंजन, प्रसिद्ध मसालों, मिठाइयों, नमकीन, विशिष्ट खाद्य पदार्थों एवं रसोई से जुड़े परम्परागत, प्राकृतिक एवं आधुनिक उपकरण एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगे।
श्रीमती रावत ने बताया कि फूड फेस्टिवल में प्रदेश के सभी जिलों के मशहूर खाद्य उत्पाद, मसाले, मिठाई और रसोई से संबंधित बर्तनों से संबधित स्टालें लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के व्यजनों, मसालों की उत्कृष्टता एवं क्षेत्रीय विविधता से स्थानीय और पर्यटकों को रूबरू करवाने के लिए यह विशेष आयोजन रखा जा रहा है।
उद्योग आयुक्त श्री महेंद्र पारख ने बताया कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों से बेहतरीन व्यजनों को चयनित कर आगतुकों के लिए प्रदर्शित किया जा रहा है। इस फेस्टिवल में लगभग 100 स्टालें लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि विभाग का उद्देश्य जिलों में चल रहे व्यंजनों को बेहतर मंच उपलब्ध कराना और उनकी ख्याति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना है।
उद्योग आयुक्त ने बताया कि राजस्थान के मसाले देश विदेश में प्रसिद्ध हैं। उत्सव में साबुत एवं पिसे हुए मसालों के अतिरिक्त इनके पेस्ट एवं प्रोसेस्ड पैकेज भी उपलब्ध होंगे। मसालों के साथ साथ रसोई की और तमाम चीजें जैसे अचार मुरब्बे, सॉस, पापड़-बड़ी, खाखरे, पाचक चूर्ण चटनी, केर-सांगरी, काचरी जैसी सूखी परम्परागत सब्जियां, नागौरी मेथी आदि रखी जाएंगी।
श्री पारख ने बताया कि विभाग द्वारा ऐसे फूड फेस्टिवल प्रति वर्ष लगाने की है, ताकि लोगों को स्तरीय जायके के साथ उत्पादकों को बेहतर ग्राहक मिल सकें। उन्होंने बताया कि आयोजन के दौरान व्यंजन प्रतियोगिता, चित्रकारी प्रतियोगिता, टॉक शो, क्वीज प्रतियोगिता एवं विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा।