बिना कोचिंग लगातार पाँच प्रतियोगी परीक्षाओं में लहराया सफलता का परचम

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर lवर्तमान में राजस्थान शिक्षा सेवा में संस्कृत प्राध्यापक पद पर कार्यरत बीकानेर जिले के लूनकरनसर कस्बे के निवासी विशाल सारस्वत ने हाल ही में RPSC द्वारा जारी स्कूल प्राध्यापक (संस्कृत शिक्षा)भर्ती परीक्षा की अंतिम चयन सूची में 15 वीं रैंक प्राप्त की है।

इससे पूर्व करीब ढाई वर्षों तक वरिष्ठ अध्यापक के रूप में भी सेवारत रह चुके हैं।

विगत तीन वर्षों में सरकारी सेवा में यह पाँचवां चयन है।

इससे पूर्व अंग्रेजी विषय से तृतीय श्रेणी शिक्षक, केंद्रीय विद्यालय में टी जी टी पद पर भी चयनित हो चुके हैं। सारस्वत अपनी सफलता का श्रेय माँ सरस्वती व महादेव की कृपा के साथ साथ माता पिता व गुरुजनों के आशीर्वाद को देते हैं और कहते हैं कि *जब साध्य ही आराध्य बन जाए तो साधनों का अभाव सफलता में बाधक नहीं बन सकता।

प्रतियोगिता के इस दौर में विद्यार्थियों के लिए यह प्रेरणादायक है कि विभिन्न विश्वविद्यालयों से पाँच विषयों में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त विशाल सारस्वत ने अपनी शिक्षा राजकीय विद्यालय व महाविद्यालय से अर्जित की है और आज तक कभी कोचिंग या ट्यूशन का सहारा नहीं लिया।

गौरतलब है कि प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही सफलता अर्जित कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है जिससे ग्रामीण अंचल के सरकारी संस्थानों से शिक्षाप्राप्त उन विद्यार्थियों में उत्साह का संचार हुआ है जो साधन के अभाव में शहर जाकर बड़ी बड़ी कोचिंग इंस्टिट्यूट्स में पढ़ नहीं सकते