आरोपी सज्जन सिंह गुर्जर को न्यायालय द्वारा 14 जुलाई तक ए.सी.बी. को सौंपा रिमांड पर, आरोपियों से गहन पूछताछ जारी
विनय एक्सप्रेस समाचार,जयपुर। ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर जयपुर-तृतीय इकाई द्वारा शुक्रवार को अजमेर में सज्जनसिंह गुर्जर कनिष्ठ लेखाकार, राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर को परिवादी से कुल 23 लाख रुपये (1 लाख रुपये भारतीय मुद्रा एवं 22 लाख डमी मुद्रा) रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। उक्त प्रकरण में आज ए.सी.बी. ने एक अन्य संदिग्ध नरेन्द्र सिंह पोसवाल (प्राईवेट व्यक्ति) को गिरफ्तार किया है। ए.सी.बी. द्वारा आरोपी सज्जनसिंह गुर्जर को माननीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां ए.सी.बी. के अनुरोध पर न्यायालय द्वारा आरोपी का 14 जुलाई तक का रिमांड स्वीकृत किया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक श्री भगवान लाल सोनी ने बताया कि ए.सी.बी. की जयपुर-तृतीय इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई थी कि आर.ए.एस.प्रतियोगी परीक्षा-2018 के साक्षात्कार में अच्छे अंक दिलवाने एवं सलेक्शन करवाने की एवज में सज्जनसिंह गुर्जर कनिष्ठ लेखाकार, राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर द्वारा 25 लाख रुपये रिश्वत राशि मांगी जा रही है। जिस पर एसीबी जयपुर-तृतीय इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हिमांशु कुलदीप के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर दिनांक 9-7-2021 को उप अधीक्षक पुलिस श्री सुरेश कुमार स्वामी एवं उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्यवाही करते हुये सज्जन िंसंह गुर्जर पुत्र श्री कैलाश िंसंह गुर्जर निवासी ग्राम सुनगाड़ी, पुलिस थाना बांदीकुई, जिला दौसा हाल कनिष्ठ लेखाकार, राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर को परिवादी से 23 लाख रुपये (1 लाख रुपये भारतीय मुद्रा एवं 22 लाख डमी मुद्रा) रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। आज उक्त प्रकरण में ए.सी.बी. ने एक अन्य संदिग्ध नरेन्द्र सिंह पोसवाल पुत्र श्री तेजसिंह गुर्जर निवासी ग्राम पोस्ट नारायणपुरा, पुलिस थाना बांदीकुई, जिला दौसा (प्राईवेट व्यक्ति) को भी गिरफ्तार किया है। प्रकरण में आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां माननीय न्यायालय द्वारा 14 जुलाई तक पी.सी. रिमांड पर आरोपियों को ए.सी.बी. को सौंपा है। आरोपियों से ए.सी.बी. टीमों द्वारा गहन पूछताछ जारी है। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक श्री दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपी के आवास एवं अन्य ठिकानों की ए.सी.बी. टीमों द्वारा तलाशी जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। एसीबी महानिदेशक, श्री भगवान लाल सोनी ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 एवं ॅींजेंचच हैल्पलाईन नं. 94135-02834 पर 24’7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी। विदित रहे कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है।