विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। किसान को फसल खराबे से हुए नुकसान की भरपाई को लेकर बीमा क्लेम का भुगतान मिल जाए तो इससे बड़ी राहत उसके लिए और कोई नहीं हो सकती। नागौर जिले में तो ऐसे हजारों किसानों को भी राहत दिलाई गई, जिनको बैंक खातों में तकनीकी खामी होने के कारण उनके फसल बीमा क्लेम राशि का भुगतान नहीं हो पा रहा था।
नागौर जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की क्लेम राशि के बकाया भुगतान संबंधी प्रकरणों के निस्तारण को लेकर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में विशेष अभियान चलाया गया। इन अभियान में उप निदेशक कृषि विस्तार डॉ. शंकरराम बेड़ा, लीड बैंक मैनेजर संदीप गुप्ता तथा रिलायंस एग्रो एश्योरेंस कंपनी के प्रतिनिधि अभिलाष की टीम ने पूरे प्रयास करते हुए किसानों के कल्याण के लिए चलाई गई इस मुहिम को अंतिम छोर तक पहुंचा दिया है।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने गुरूवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर समीक्ष बैठक ली। इस समीक्षा बैठक में उप निदेशक कृषि विस्तार डॉ. शंकरराम बेड़ा ने किसानों को तकनीकी कारणों से बकाया चल रहे उनके बकाया फसल बीमा क्लेम का भुगतान दिलाने संबंधी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। डॉ. बेड़ा ने बताया जिला अग्रणी बैंक मैनेजर और रिलांयस एग्रो कंपंनी के प्रतिनिधि और कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम द्वारा संयुक्त रूप से काम करते हुए पिछले 50 दिन से चलाए जा रहे अभियान के तहत अब तक जिले के 10 हजार 473 किसानों को 11 करोड़ 64 लाख का फसल बीमा क्लेम राशि का भुगतान उनके बैंक खातों में करवाया जा चुका है।
लीड बैंक मैनेजर संदीप गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ 2020 में फसल खराबा के क्लेम भुगतान संबंधी ऐसे प्रकरण जो किसानों के बैंक अकाउंट नंबंर, आईएफएससी कोड सहित अन्य तकनीकी खामियों के कारण लंबित हो गए थे, जिन्हें अब निस्तारित कर दिया गया है। प्रकरण निस्तारित किए जाने के साथ ही किसानों को उनके फसल बीमा क्लेम राशि का भुगतान ऑनलाइन उनके खातों में जमा करवाया जा चुका है। समीक्षा बैठक में रिलायंस कंपनी के प्रतिनिधि भी शामिल थे।