पशुओं के साथ नही हो क्रूरता, गौशालाओं में चारा पानी की हो समुचित व्यवस्था

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। पशुओं को पीटना, मारना, क्षमता से अधिक बोझा ढोना एवं पशुओं को किसी भी प्रकार से पीड़ा पहुंचाना, यातना देना आदि पशु के साथ क्रूरता है, यह विचार अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया ने पशुपालन विभाग द्वारा शुक्रवार को आयोजित जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक मे व्यक्त किये। इस दौरान उन्होने कहा कि पशु पक्षी वन्य जीव आदि से हमें सकारात्मक सोच रखते हुए मित्रवत व्यवहार करना चाहिए। इसलिये बेसहारा पशुओं एवं पक्षियों को किसी भी प्रकार की हानि नही हो, इसका ख्याल रखते हुए उनके खान-पान कराने की व्यवस्था करनी चाहिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि पशुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते समय वाहनों में क्षमता से अधिक पशु ना भरें। इसके लिए जिले में कहीं भी वाहनों में क्षमता से अधिक पशु मिलने पर संबंधित विभाग द्वारा उचित कार्रवाई की जाएं।
बैठक मे पशुपालन विभाग कुचामन के उप निदेशक डॉ. सीआर मेहरड़ा ने बताया कि पशुओं के साथ क्रूर व्यवहार एवं वन्य जीव व पशु पक्षियों का शिकार करना अपराध की श्रेणी मे आता है। उन्होने इस संबंध मे जीव जन्तुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान समिति सदस्यों ने जिले मे घूम रहे बेसहारा गौवंश को गौशालाओं मे शिफ्ट करने की मांग पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ने नगर परिषद आयुक्त को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर तक नियमों की जानकारी उपलब्ध करवाकर जनप्रतिनिधियों के माध्यम से आमजन को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि शहर में बेसहारा गौवंश को पकड़ने का अभियान नगर परिषद द्वारा चलाया जाकर पशुओं के टैग लगाये जाकर उन्हे काजी हाऊस व गौशालाओं में देखभाल के लिए भिजवाया जाएं। इस दौरान पर्यावरण प्रेमी व पदश्री हिम्मताराम भाम्भू ने कहा कि किसान खेतो में नीलगाय व अन्य जानवरों से फसल को बचाने के लिए कंटीले तार व झटका मशीन आदि लगा देते है, जिससे जानवर उसमें फंसकर चोटिल होते है। जिस पर एडीएम ने कहा कि खेत में नीलगाय के आ जाने पर किसान उनके साथ किसी प्रकार की क्रूरता नही करें। इस दौरान उन्होंने कहा कि गौवंश तस्करी रोकने के लिए एवं अप्रिय घटना नही हो, इसके सार्थक प्रयास करने के साथ संगठित रुप से कार्य किया जाएं। इस दौरान उन्होंने गौशाला एवं काजी हाउस के प्रबंधक को निर्देशित किया कि गौशालाओं में चारा पानी की समूचित व्यवस्था रखी जाएं, गौ वंश को हरा चारा एवं पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जावे एवं बेसहारा गौ वंश को गौशालाओं में रखे।
बैठक मे नगर परिषद आयुक्त श्रवण चौधरी तथा गौशाला संचालक सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।