जिला कलक्टर ने काकड़ा और बेरासर में सुनी आमजन की समस्याएं

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने शुक्रवार को काकड़ा और बेरासर में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और विभिन्न चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण किया।
काकड़ा में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए आवासों में जिन लाभार्थियों की तीसरी किश्त बकाया है, उसका भुगतान एक सप्ताह में किया जाए। नरेगा में व्यक्तिगत लाभ के कार्यों का बकाया भुगतान भी शीघ्र करने के निर्देश दिए। काकड़ा के पशु चिकित्सालय में चिकित्सक के पद पर नियमित नियुक्ति नहीं होने तक वैकल्पिक रूप से नजदीकी क्षेत्र से सप्ताह में तीन दिन चिकित्सक की व्यववस्था करने को कहा। गांव में बढ़ते हुए विद्युत लोड के मद्देनजर आबादी क्षेत्र में 3 नए ट्रांसफार्मर लगाने, आधार पंजीयन के लिए केंद्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदार को निर्देशित किया कि काकड़ा स्कूल के गोचर में बने कच्चे खेल मैदान को रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए तथा विकास अधिकारी को इसे मॉडल रूप में विकसित करने के लिए निर्देशित किया। ग्रामीणों ने गांव के अंदर से आने वाली सड़क के टूटी-फूटी होने की जानकारी दी तथा इसे ठीक करवाने की मांग की। इस संबंध में जिला कलेक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को इसके प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने काकड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को क्रमोन्नत करने की मांग की। इस संबंध में जिला कलेक्टर ने कहा कि ग्राम पंचायत के माध्यम से इसके प्रस्ताव तैयार किए जाएं, यह प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाए जाएंगे। पीएचसी में स्टाफ आवास बनाने के प्रस्ताव भिजवाने के लिए ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया। जिला कलेक्टर ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पूर्व में प्राप्त प्रकरणों का निस्तारण सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी द्वार किया जाएगा। वर्तमान में इसके नए आवेदन नहीं लिए जाएंगे।
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने काकड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया तथा यहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने काकड़ा में कोविड वैक्सीनेशन के बारे में भी जाना तथा अधिक से अधिक युवाओं को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया। पीएचसी के मेल नर्स सुभाष विश्नोई ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में बताया।
बेरासर में विभिन्न कार्यों के प्रस्ताव के लिए किया निर्देशित
बेरासर के उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित जन सुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने गांव की गलियों में सौर ऊर्जा संचालित लाइटें लगवाने की मांग की। जिला कलेक्टर ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेरासर गांव की ढाणियों के 5 किलोमीटर क्षेत्र में यदि स्कूल नहीं है, तो ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से इसके प्रस्ताव भिजवाए जाएं। विद्युत बिल घरों समय पर उपलब्ध ग्रामीणों की मांग के संबंध में उन्होंने कहा कि गांव के प्रत्येक वार्ड में एक-एक स्थान का चयन किया जाए जहां से ग्रामीण विद्युत बिल प्राप्त कर सकें। ग्रामीणों ने पीएचसी में नियुक्त चिकित्सक के विरुद्ध विभिन्न शिकायतें की। इस संबंध में जिला कलेक्टर ने इनकी जांच करने के निर्देश दिए और कहा कि यह शिकायतें सही पाई जाने पर चिकित्सक के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। बालिका विद्यालय खुलवाने की ग्रामीणों की मांग पर इसके प्रस्ताव तैयार करने को कहा। गांव में बरसाती पानी निकासी तथा सोंखते गड्ढे बनाने के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने ग्रेवल सड़क बनाने की मांग की। इसके संबंध में विकास अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। बेरासर के कृषि कुओं में वोल्टेज की समस्या के समाधान के लिए अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने के प्रस्ताव भिजवाने को कहा। बेरासर मानकसर कटानी रास्ता खुलवाने की कार्यवाही के लिए तहसीलदार को निर्देशित किया। गांव में खेल मैदान बनाने के लिए स्कूल के माध्यम से प्रस्ताव भिजवाने को कहा। जन सुनवाई के दौरान आई विधवा महिला की पेंशन अति शीघ्र प्रारंभ करने के लिए विकास अधिकारी और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक को निर्देशित किया। वहीं गांव में एनसीसी विंग खुलवाने के संबंध में राज्य सरकार को प्रस्ताव प्रेषित करने की जानकारी दी। इस दौरान सरपंच चंपा देवी चारण मौजूद रहीं।
विभिन्न कार्यालयों का किया निरीक्षण
जिला कलक्टर नमित मेहता ने नोखा के उपखंड अधिकारी कार्यालय, विकास अधिकारी कार्यालय, पंचायत समिति एवं उपकोष कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ आमजन को मिले तथा लोगों की प्रत्येक वाजिब समस्या का त्वरित समाधान हो, इसके मद्देनजर अधिकारी पूर्ण गंभीरता से कार्य करें। उन्होंन नोखा की विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा के प्रगतिरत कार्यों तथा नियोजित श्रमिकों की जानकारी ली। साथ ही श्रमिक संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से अपने क्षेत्रों का दौरा करें तथा विभागीय कार्यो की समीक्षा करें।


इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, उपखंड अधिकारी स्वाति गुप्ता, तहसीलदार द्वारका प्रसाद, विकास अधिकारी हनुमाना राम नाई, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पवार, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी एल मीणा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता डीपी सोनी, उपनिदेशक कृषि (विस्तार) कैलाश चौधरी, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी नंदकिशोर राजपुरोहित तथा सरपंच श्री भगवान आदि मौजूद रहे।