विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राजस्थान पंचायती राज प्रशिक्षण कार्यक्रम 2021-22 का जिला स्तरीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण ब्लॉक प्रशिक्षक दल (बीटीटीएस) सदस्यों हेतु रिफ्रेशर कार्यशाला का शुभारम्भ बुधवार को जिला परिषद सभागार में जिला प्रमुख भागीरथराम चौधरी की अध्यक्षता में किया गया। इस दौरान सभी सहभागियों को ब्लॉक स्तर पर इस कार्य हेतु ब्लॉक स्तर पर गुणवत्तापूर्वक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर इस कार्यक्रम को सफल क्रियान्वित किये जाने का आहवान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान सुरेन्द्रसिंह, उप निदेशक इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान जयपुर ने भी प्रशिक्षण के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान किया। इस दौरान हरीराम राड. अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने प्रशिक्षण कार्यशाला के पहले दिन पंचायती राज की त्रिस्तरीय व्यवस्था संगठन के बारे में व ग्राम सभाओं व आपदा प्रबन्धन, ई-गर्वनेन्स की जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन गुरुवार को जिला परिषद के दिनेश चौधरी सहायक अभियंता (मनरेगा) ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार कार्यक्रम के अन्तर्गत जॉब कार्ड बनाने, परिवार की पात्रता, मनरेगा के अन्तर्गत सम्पादित करवाये जाने वाले व्यक्तिगत व सामुदायिक कार्यों में भूमि समतल, मेड़बन्दी, टांका निर्माण आदि कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में रामेश्वरलाल सहायक विकास अधिकारी द्वारा राजस्व एवं पट्टा नियम पंचायती राज नियम 1996 के अनुसार पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किये जाने वाले पट्टा नियम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में शंकरलाल सियाक, सहायक निदेशक आत्मा द्वारा कृषि विभाग द्वारा सम्पादित की जाने वाली गतिविधियों में फसल बीमा योजना, जैविक खेती, जैविक खाद, जीरो बजट फार्मिंग, बायो पेस्ट, पाईप लाईन, फार्मपाण्ड, तारबन्दी, बीज मिनिकिटस वितरण, कृषि यन्त्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में मोनू कंवर सहायक अभियंता (सामु विकास) द्वारा ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन तथा नवीकृत ऊर्जा के क्षेत्र में पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान श्रवणलाल मुख्य आयोजना अधिकारी द्वारा जिला एवं ब्लॉक स्तर पर आयोजन होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों के संबंध में तैयारी एवं योजना निर्माण के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के सभी ब्लॉकों से विकास अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी, महिला पर्यवेक्षक, सहायक कृषि अधिकारी, एनजीओ प्रतिनिधि व पूर्व जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।