आगामी नवंबर माह में प्रदेशभर में आयोजित होंगे चिकित्सा शिविर : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा

Dr Raghu Sharma– Ayurveda Minister
विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आगामी नवंबर माह में प्रदेशभर में चिकित्सा शिविर आयोजित कर कोविड के कारण प्रभावित अन्य सभी बीमारियों का उपचार करने, आगामी बजट पूर्व 100 जनता क्लिनिक प्रारंभ करने, चिकित्सा योजनाओं की ब्रांडिंग ‘चिरंजीवी‘ शब्द से करने, ब्रिज कोर्स कर चुके 350 सीएचओ को तत्काल नियोजित करने एवं 3500 सीएचओ की नई भर्ती प्रक्रिया तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।
डा. शर्मा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में प्रमुख शासन सचिव श्री अखिल अरोड़ा, सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन, एनएचएम निदेशक श्री सुधीर शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
चिकित्सा शिविरों में स्क्रीनिंग, जांच व उपचार की मिलेगी सुविधा
चिकित्सा मंत्री ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरु के आगामी जन्मदिवस 14 नवंबर से प्रदेशभर में आयोजित किए जाने वाले विशाल चिकित्सा शिविरों की अभी से ही व्यापक तैयारियां प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इन चिकित्सा शिविरों में कोविड के कारण गत समय से प्रभावित अन्य सभी बीमारियों से पीड़ित रोगियों के उपचार की व्यवस्थाएं की जाएंगी। इन शिविरों में विभिन्न बीमारियों की स्क्रीनिंग व जांच की सुविधाएं, सभी प्रकार का टीकाकरण किया जाएगा एवं आवश्यकता पड़ने पर गंभीर रोगियों को आवश्यक उपचार के लिए  एम्बूलेंस के जरिए प्रमुख अस्पतालों तक पहुंचाने की भी व्यवस्था की जाएगी।
बजट से पूर्व 100 जनता क्लिनिक प्रारंभ होंगे
डॉ शर्मा ने प्रदेश में संचालित जनता क्लिनिक में दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने आगामी गांधी जयंती के दिन करीब 2 दो दर्जन जनता क्लिनिक का शुभारंभ करने एवं आगामी बजट से पूर्व प्रदेश में 100 जनता क्लिनिक प्रारंभ करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आमजन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जनता क्लिनिक की स्थापना के लिए उपयुक्त स्थल पर करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। जनता क्लिनिक के स्थान का चयन करते समय संबंधित क्षेत्र का जनसंख्या घनत्व, राजकीय चिकित्सा संस्थानों से दूरी इत्यादि पर  ध्यान देने के निर्देश दिए।
3500 अतिरिक्त सीएचओ की होगी भर्ती
चिकित्सा मंत्री ने कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर्स द्वारा उपलब्ध करवायी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की एवं उन्हें प्रदान किए जा रहे प्रशिक्षण के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने ब्रिज कोर्स कर चुके 350 कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर्स को तत्काल नियोजित करने व चयनित सीएचओ का प्रशिक्षण 7 सितंबर से प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश की चिकित्सा आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्वीकृत 3500 अतिरिक्त सीएचओ की भर्ती प्रक्रिया तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य योजनाओं की ब्रांडिंग ‘चिरंजीवी‘ शब्द के साथ
डॉ. शर्मा ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने चिरंजीवी योजना के प्रचार-प्रसार के लिए सभी राजस्व ग्रामों में स्कूल, पंचायत भवन व अन्य सरकारी भवनों व चिकित्सा संस्थानों में डिजिटल वॉल पेंटिंग करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस योजना के प्रति प्रदेशवासियों में जागरुकता बढ़ाने के लिए सभी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य योजनाओं की ब्रांडिंग चिरंजीवी शब्द के साथ करने के भी निर्देश दिए। एम्बुलेंस, मोबाइल वैन व स्वास्थ्य सेवाओं के नाम में भी चिरंजीवी शब्द का प्रयोग किया जाएगा।
मरीजों व चिकित्सकों की सुरक्षा की होगी पुख्ता व्यवस्था
चिकित्सा मंत्री ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ीकरण और चिकित्सा संस्थानों में मूलभूत सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने सभी चिकित्सा संस्थानों में सफाई व्यवस्था, लाउंड्री सर्विस व ट्रॉली-व्हीलचेयर व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए इन्हें आउटसोर्स करने पर बल दिया। उन्होंने मरीजों व चिकित्सकों की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था के लिए केन्द्रीयकृत तरीके से एजेंसियों को अधिग्रहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दिनों के अनुसार अलग-अलग रंगों की बैड शीट का उपयोग किया जाए।
अस्पताल प्रबंधन कैडर बनाने के निर्देश
डॉ शर्मा ने प्रदेश के राजकीय चिकित्सा संस्थानों के बेहतर प्रबंधन के लिए अस्पताल प्रबंधन कैडर बनाने के निर्देश दिए। इसमें अस्पताल प्रबंधन डिग्रीधारकों व सेना से जुड़े व्यक्तियों को शामिल किया जा सकेगा। उन्होंने नए मेडिकल कॉलेजों व उनसे जुड़े चिकित्सा संस्थानों का ऑडिट कंसल्टेंट आर्किटेक्ट से करवाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज व उनसे संबंधित चिकित्सालयों में सेंट्रल फूड कोर्ट बनाने तथा इंदिरा रसोई की भी सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने राजकीय चिकित्सा संस्थानों में ऎलोपैथी के साथ आयुर्वेदिक, होम्योपैथी व अन्य वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों की सुविधा भी एक ही स्थान पर उपलब्ध करवाने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
बैठक में एसएमएस सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में स्थित डायग्नोस्टिक लैब को मरीजों की सुविधा के लिए एक ही स्थान पर शिफ्ट करने के भी निर्देश दिए गए। ऎसी ही व्यवस्था प्रदेश में बनने जा रहे सभी नवीन मेडिकल कोलेजों से सम्बंध अस्पतालों में भी सुनिश्चित की जानी चाहिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में ट्रोली एवं व्हील चेयर की व्यवस्था को माकूल बढने हेतु इन्हे आउटसोर्ट किया जाना सुनिश्चित करें।
साथ ही एनएचएम की निर्माण ईकाई को ब्लॉक स्तर तक मजबूत बनाने के भी निर्देश दिये ताकि प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में निश्चित समयावधि में ओपरेशन एवं मेंटेनेंस का काम किया जा सकें। इस हेतु आवश्यक बजट का प्रावधान किया जावें।