विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। जिला कलक्टर आशीष मोदी ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को केन्द्रीय डाटाबेस में पंजीकृत करने के लिए निर्देश प्रदान किए एवं उपखण्ड अधिकारियों एवं विकास अधिकारियों को कहा कि वे ऐसे श्रमिकों का डाटा बेस तैयार करने में पूर्ण सहभागिता निभावें।
कल्याण अधिकारी मनोज चौधरी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी की गई महत्वपूर्ण योजनाओ में से असंगठित क्षेत्र के श्रमिको के लिए जो 18 से 60 आयु के महिला पुरूष हो, आयकर नही देते हो, जिनकी आय पांच लाख से कम हो, ऐस श्रमिक जो चाय बनाते हो, टेम्पो चलाते होए सब्जी बेचेन वाले, थेला, थडी, रिक्षा चलाते हो, नाई, बेलदार छोटे सीमांत किसान, बीडी बनाने वाले, कृषि मजदूर, आरा मषीन पर काम करने वाले, मछुआरे, पशुपालन में लगे लोग, भवन निर्माण मजदूर, चमडा, पत्थर, खान, बुनकर, बडाई, नरेगा श्रमिक, घरेलु श्रमिक, नमक कार्य ईट भट्टा आदि से संबंधित कार्य करने वाले श्रमिक अपना ई-श्रम कार्ड कॉमन सर्विस सेंटर से जो कि हर एक ग्राम पंचायत पर तथा तहसील व कलेक्ट्रेट में स्थापित है से अपना बैक खाता, आधार कार्ड व मोबाईल नम्बर से प्रकिया पुरी करते हुए आवष्यक जानकारी ऑनलाईन कराकर अपना ई-श्रम कार्ड जो कि आधार की तरह होता है निशुल्क प्राप्त करे ।
श्रम कल्याण अधिकारी चौधरी ने बताया कि ई-श्रम कार्ड बनने के बाद से अधिक संभाल कर रखा जावे तथा कही भी जांए तो साथ भी रखा जावे । अपना मोबाईल नम्बर जो कि सरकार की योजनाओं से जुडा हो बंद नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि श्रमिक का बैक खाता सदैव चालू रहे एवं बंद ना हो।
उन्होंने बताया कि सरकार की विभिन्न योजनाआें का लाभ इस ई-श्रम कार्ड के जारी होने से मिल सकेगा । इसका रिकार्ड सरकार के पास रहेगा। राज्य सरकार ने प्रत्येक जिले को दिंसम्बर 2021 तक पंजीयन के लिए लक्ष्य भी प्रदान किया है । इस संबंध में किसी भी तरह की जानकारी के लिए श्रम विभाग जैसलमेर के कार्यालय से कार्यदिवस में ले सकते है ।
उन्होंने बताया कि ई-श्रम कार्ड से सरकार के पास श्रमिक की सम्पूर्ण जानकारी रहेगी एवं डाटा विवरण हर एक का इक्कठा हो सकेगा। ई-श्रम कार्ड को ही यू एन ए कार्ड भी कहा जाता है । उन्होंने बताया कि इसके लिए श्रमिक शिक्षा का प्रमाण तथा अपने काम का अनुभव प्रमाण-पत्र भी साथ-साथ ऑनलाईन करा सकते है। ई-श्रम कार्ड में श्रमिक का नाम, पिता का नाम, पता, जन्म तिथि, ब्लड ग्रुप, मोबाईल नम्बर, जेडर, काम करने का विवरण भी अंकित होता है। इस कार्ड से श्रमिक को सभी तरह की जानकारी प्रदान करने में सहायक है ।
उन्होंने श्रमिकों से आह्वान किया कि वे कॉमन सर्विस सेन्टर से ई-श्रमिक कार्ड बनवाकर सरकार की योजनाओं से जुड़कर लाभ उठावें। ई-श्रम कार्ड व श्रमिक कार्ड दोनो ही बनवा सकते है श्रमिक कार्ड के लिए निर्माण श्रमिक होना आवश्यक है जो कि राज्य सरकार की योजना है ।ई-श्रम कार्ड भारत सरकार की योजना होकर असंगठित क्षेत्र के सभी कामगारो की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभो को लागू करेगी । उन्होंने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ ही अधिकारियों से आह्वान किया कि वे ई-श्रम कार्ड के बारें में लोगों को जानकारी दे ताकि अधिक से अधिक असंगठित क्षेत्र के श्रमिक ई-श्रम कार्ड बनवा सके।