मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने वीडियो में दिए आवश्यक दिशा-निर्देश जिला कलक्टर ने ली खेल संघों के पदाधिकारियों व अधिकारियों की बैठक
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। गांव-ढाणी में रहने वाले परिवारों में ऐसी खेल प्रतिभाएं भी हैं, जो खेल की विभिन्न विधाओं में अपना कौशल दिखाना चाहती है, उनके लिए राज्य सरकार द्वारा स्वर्णिम अवसर मुहैया करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा की अनुपालना में अब राज्य में आगामी नवम्बर 2021 से ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा। यह आयोजन खेल के क्षेत्र में अपने आप में एक नायाम उदाहरण प्रस्तुत होगा, इसके लिए राज्य के खेल मंत्री अशोक चांदना, मुख्य सचिव निरंजन आर्य से लेकर जिलों में कलक्टर तथा उनकी पूरी टीम कार्ययोजना को अंतिम रूप देने में लगी है। ग्रामीण ओलपिंक खेलों के कार्ययोजना को अंतिम रूप देने और इनका सफलतापूर्ण आयोजन हो, के लिए राज्य के खेल मंत्री अशोक चांदना तथा मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने विभिन्न विभागों के प्रमुख शासन सचिव, संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कांफ्रेसंग के जरिए चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वीडियो कांफ्रेसिंग में सबसे पहले खेल सचिव विकास एस. भाले ग्रामीण ओलंपिक खेलों को लेकर बनाई गई कार्ययोजना और इसमें विभिन्न विभागों की सहभागिता, जिला से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक की आयोजन समितियों के गठन के बारे में श्लाइड प्रजेटेंशन के जरिए विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद राज्य के खेल मंत्री अशोक चांदना ने वीडियो कांफ्रेसिंग को संबोधित करते हुए कहा कि हालही में आयोजित हुए ओलपिंक खेलों में राजस्थान के खिलाड़ियों का प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा। यह सभी प्रतिभाएं ठेट गांव से निकलकर आईं, जिन्हें मुख्यमंत्री की मंशा अनुसार अच्छा प्लेटफार्म और सुविधाएं उपलब्ध करवाई गईं। चांदना ने कहा कि ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन के पीछे सरकार की यही भावना है कि खेल की विभिन्न विधाओं में ग्रामीण प्रतिभाएं सामने आएं ताकि उनको राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना कौशल दिखाने के लिए सरकारी स्तर पर पूरा प्रोत्साहन दिया जा सके।
राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि राज्य में पहली बार हो रहे ग्रामीण ओलंपिक खेलों का सफलतापूर्वक आयोजन करने के लिए सभी जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक, खेल अधिकारी तथा उनकी प्रशासनिक टीम पूरा समन्वयक बनाते हुए कार्य करें। इसे लेकर राज्य सरकार की ओर से मुहैया करवाए जा रहे बजट के अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर सीएसआर फंड या फिर भामाशाहों का भी खेलों के आयोजन में सहयोग लिया जाए। मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिए कि ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन में निरोगी राजस्थान अभियान की गतिविधियों को भी जोड़ा गया है, इसलिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग स्थानीय स्तर पर इससे संबंधित आवश्यक तैयारियां पूरी रखे। वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान नागौर के जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने भी खेल मंत्री और मुख्य सचिव को ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजनों से जुड़ी कार्ययोजना की रूपरेखा बताई।
खेल संघों के प्रतिनिधि दें पूरा सहयोग
ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन की तैयारी को लेकर खेल मंत्री और मुख्य सचिव की वीडियो कांफ्रेसिंग के बाद राजीव गांधी भारत निर्माण केन्द्र के सभागार में ही जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों सहित इससे संबंधित अधिकारियों की बैठक ली।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बैठक में निर्देश दिए कि नवम्बर 2021 में आयोजित होने वाले ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन को सफल बनाने के लिए इसकी प्रभावी रूपरेखा बनाएं। ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन से संबंधित प्रत्येक खेल संघ व विभाग की भूमिका तय हो और उनसे संबंधित दायित्वों की पूर्ण पालना भी सुनिश्चित हो। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि ग्रामीण ओलंपिक खेलों में चयनित खेल कब्बड्ी, शूटिंग बॉलीबॉल, टेनिस बॉल क्रिकेट, खो-खो, वॉलीबॉल व हॉकी के लिए ग्राम पंचायत स्तर तक रैफरी का चयन किया जाए। उक्त चयन में शारीरिक शिक्षकों के साथ-साथ संबंधित खेल में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तथा खेल की विधा की तकनीकी योग्यता रखने वाले व्यक्ति को भी शामिल किया जाए। डॉ. सोनी ने निर्देश दिए कि ग्रामीण ओलपिंक खेलों में ग्राम पंचायत स्तर पर खेल मैदानों का चिन्हीकरण और वहां आवश्यक सुविधाओं का विकास समय रहते पूर्ण कर लें। जिला कलक्टर ने जिला खेल अधिकारी भंवर सियाक को प्रतियोगिता के संबंधित खेलों के निर्णायक व तकनीकी समितियों के गठन के संबंध में, ब्लॉक एवं जिला स्तर पर आवास व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, कानून व्यवस्था व प्रचार-प्रसार, खेल उपकरणों व खेल सामग्री की उपलब्धता से संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डॉ. सोनी ने बैठक में निर्देश दिए कि जिले में ग्राम पंचायत से लेकर जिला मुख्यालय तक आयोजित होने वाले ग्रामीण ओलंपिक खेलों के आयोजन में कोविड गाइडलाइन की पूर्ण पालना की जाए। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवराज राव, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश सोनी, जिला खो-खो संघ के सचिव रमेश पोटलिया, खींवसर स्टेडियम के प्रभारी अधिकारी सोहनलाल गोदारा, कब्बडी संघ के प्रतिनिधि भंवरू खां, बॉलीवॉल संघ के प्रतिनिधि रूघाराम महिया व जिला टेनिस बॉल क्रिकेट संघ से अश्वनी कुमार शामिल हुए।
नागौर की 500 ग्राम पंचायतों से होगा आगाज
जिला खेल अधिकारी भंवरराम सियाक ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार ग्रामीण ओलपिंक खेलों का आगाज नवम्बर 2021 में जिले की 500 ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर उपलब्ध खेल मैदानों से होगा। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर ग्रामीण आलंपिक खेलों की गाइडलाइन के मुताबिक छह खेलों की प्रतिस्पर्धाएं होंगी, जिनमें विजेता रही टीमों का द्वितीय चरण का मुकाबला ब्लॉक स्तर पर होगा। ब्लॉक में विजेता रही टीमों का मुकाबला जिला स्तर पर होगा। जिला स्तर पर ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन राजकीय जिला स्टेडियम में होगा। जिला स्तरीय ग्रामीण ओलंपिक खेलों में जो टीमें विजयी रहेंगी, वो ही राज्य स्तर पर आयोजित ग्रामीण ओलंपिक खेलों में अपना दमखम दिखाएंगी।