जिला टास्क फोर्स के स्तर पर होगी घर-घर औषधि योजना में वितरित पौधों की निगरानी : घर-घर औषधि योजना की क्रियान्वयन समिति की बैठक आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। वन विभाग की घर-घर औषधि योजना के पहले चरण की समीक्षा के लिए बैठक सोमवार दोपहर बाद अरण्य भवन में हुई। घर-घर औषधि योजना की क्रियान्वयन समिति की अध्यक्षता करते हुए वन-बल प्रमुख डॉ. दीप नारायण पाण्डेय ने मुख्य वन संरक्षक और उप वन संरक्षकगणों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में डॉ. पाण्डेय ने बताया कि अभी तक पहले चरण में 50 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया है। अब तक कुल 31 लाख 35 हज़ार परिवारों को पौधे वितरित किए जा चुके हैं अक्टूबर-नवंबर में योजना का दूसरा चरण शुरू होगा। 30 नवंबर तक प्रत्येक जिले में योजना के तहत 100 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण हो जाए, इसके लिए अभी से आवश्यक तैयारियां की जाए। इसके साथ ही उन्होंने घर-घर औषधि योजना में अभी तक कम लक्ष्य हासिल करने वाले अधिकारियों को भी समय रहते आवंटित लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।इसके अलावा डॉ. पाण्डेय ने प्रत्येक जिले में घर-घर औषधि योजना के तहत एक-एक कार्यशाला आयोजित करते हुए आमजन को जागरूक करने के भी निर्देश दिए। योजना में वितरित किए गए औषधीय पौधों की मॉनिटरिंग के संबंध में उन्होंने बताया कि जिला टास्क फोर्स द्वारा वितरित किए गए पौधों की मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाएगी। इस कार्य में वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी सहयोग करेंगे।इस अवसर पर चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन श्री अरिंदम तोमर ने घर-घर औषधि योजना और एनएचएआई कार्यों की मुख्य वन संरक्षकगणों द्वारा निगरानी की आवश्यकता जताई गई। अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक आईटी श्री अरिजीत बनर्जी ने घर-घर औषधि योजना के तहत प्रत्येक जिले में कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए।

बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (प्रशासन) एसके दुबे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास) श्री एसके जैन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री मुनीश कुमार गर्ग, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन श्री अरिंदम तोमर, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कैम्पा) सुश्री शिखा मेहरा, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (प्रोटक्शन एवं नोडल अधिकारी एफसीए) श्री गोविंद सागर भारद्वाज, श्री केसीए अरुण प्रसाद, जयपुर मुख्य वन संरक्षक श्री केसी मीणा, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन सुरक्षा) श्री उदय शंकर और श्री वेंकटेश्वर शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे। विभाग के मुख्य वन संरक्षक और उप वन संरक्षक सहित अन्य अधिकारी ऑनलाइन बैठक से जुड़े रहे।