विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने धन्वन्तरि जयंती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। डॉ. कल्ला ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि भगवान विष्णु के अंशावतार धन्वन्तरि आरोग्य के देवता एवं आयुर्वेद के प्रणेता है। धनतेरस को उनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार धनतेरस के दिन ही भगवान धनवन्तरि ने आयुर्वेद का प्रादुर्भाव किया और बाद में दिव्य औषधियों की खोज की। उन्होंने कहा कि दुनियां भर में करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में वर्षों से अनवरत कारगर भूमिका निभा रही आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति भगवान धनवंतरि द्वारा प्रतिपादित दिव्य सूत्रों पर आधारित है। कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि आरोग्य सबसे बड़ा धन है। भगवान धन्वन्तरि की खोज और सिद्धांतों पर आधारित हमारी पारम्परिक चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के माध्यम से देश और प्रदेश में वैद्य और चिकित्साकर्मी लोगों को आरोग्य प्रदान करने के मिशन में जुटे हैं। उनका मानवता की सेवा के लिए समर्पण भाव सभी के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने इस अवसर पर सभी की खुशहाली, समृद्धि और आरोग्यता की कामना की है।