प्रीस्क्रीनिंग के लिए आरबीएसके आयुष चिकित्सकों ने शिक्षकों को दिया प्रशिक्षण : चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों को लेकर तैयारियां चरम पर

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। रविवार से शुरू हो रहे मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारियां चरम पर है। शिविरों का 14 नवंबर को पलाना से संभाग स्तरीय उद्घाटन होना है। चिरंजीवी शिविरों में विशेष रुप से जन्मजात व अन्य प्रकार की व्याधियों से ग्रस्त बच्चों का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम व मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत निशुल्क उपचार व आपरेशन करवाया जाना है। इसके लिए विद्यालयों के समस्त छात्र-छात्राओं की प्री स्क्रीनिंग शिक्षकों द्वारा की जाएगी। इस क्रम में संचालित दो दिवसीय प्रशिक्षण अभियान शुक्रवार को समाप्त हुआ। डॉ राजेश गुप्ता, डॉ विवेक गोस्वामी एवं डॉ. मनुश्री सिंह के नेतृत्व में दिनांक 10 और 11 नवंबर को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के आयुष चिकित्सकों द्वारा शिक्षा विभाग में खंडवार समस्त पी. ई.ओ, विज्ञान अध्यापक एवं शारीरिक शिक्षकों को चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों में बच्चों की प्री-स्क्रीनिंग करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया l इस प्रशिक्षण में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के आयुष चिकित्सकों द्वारा पोर्टल पर बच्चों के रोगों का चयन करना और उन्हें शाला दर्पण पोर्टल पर इंद्राज करना साथ ही रोगों को पहचानना, उनको शिविरों में लाकर इलाज करवाना और संबंधित बच्चों के अभिभावकों को पत्र द्वारा सूचित करना आदि सब क्रियाकलापों से अवगत करवाया गया । 14 नवंबर 2021 से 21 मार्च 2022 तक लगने वाले चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर में फिजीशियन, बच्चों के रोग के विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ एवं आयुष चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगे। इसमें 48 प्रकार के रक्त जांच का भी प्रावधान है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के आयुष चिकित्सक स्कूल विद्यालय शिक्षकों के द्वारा प्री स्क्रीन्ड लाए गए विद्यार्थियों का आकलन कर विशेषज्ञों से उपचार करवाएंगे। यदि किसी बच्चे को आगे इलाज की आवश्यकता होगी तो उसे चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना एवं आरबीएसके के अंतर्गत उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थानों में इलाज करवाया जाएगा ।