विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। सरकार के तीन साल नजदीक आने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर निशाने साधने शुरू कर दिए हैं। बीकानेर संभाग के दो बड़े नेता अब आमने-सामने होते नजर आ रहे हैं। शुरुआत पूर्व मंत्री व भाजपा नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कर दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बिजली कंपनी के निजीकरण की भाजपा सरकार की गलती को ‘गलता’ बताकर विरोध करने वाले डॉ. बी.डी. कल्ला आज उसी विभाग के मंत्री हैं। लेकिन कुछ नहीं कर पा रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जिन वादों को ठंडे बस्ते में डालना होता है, उसकी एक कमेटी बनाकर डॉ. कल्ला को उसका संयोजक बना दिया जाता है। यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में राठौड़ ने कहा कि आज डॉ. कल्ला के पास ही ऊर्जा विभाग हैं। वो चाहें तो कंपनी पर कार्रवाई कर सकते हैं, लेकिन कुछ भी करने को तैयार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को जिन कार्यों को ठंडे बस्ते में डालना होता है, उसे डॉ. कल्ला को सौंप देते हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में संविदाकर्मियों को स्थायी करने का वादा किया था। घोषणा पत्र को सरकारी एजेंडा भी माना गया। इसके बाद भी अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।कांग्रेस खुद महंगाई की बड़ी वजह
राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में महंगाई की सबसे बड़ी वजह स्वयं कांग्रेस है। देशभर में पेट्रोल व डीजल पर सबसे ज्यादा वेट राजस्थान में है। इतना ही नहीं बिजली दरें भी सबसे ज्यादा राजस्थान में ही है। इतना ही नहीं मंडी में किसानों से सर्वाधिक टेक्स भी राजस्थान में ही वसूला जा रहा है।
तीन साल में तीन काम न कर सके दोनों बड़े मंत्री
उन्होंने कहा कि बीकानेर संभाग से सरकार में दो दो मंत्री है लेकिन तीन साल में हुए तीन बड़े काम भी गिना नहीं सकते। दोनों मंत्रियों ने बीकानेर संभाग के लिए कोई बड़ा काम नहीं किया है। ऐसे में सरकार की ओर से तीन वर्ष का जश्न मनाना, प्रदेश की जनता के जले पर नमक छिड़कने जैसा ही है।
श्रीकोलायत में हो रहे अवैध खनन
बजरी खनन के मामले में राठौड़ ने कहा कि बीकानेर में ही भारी मात्रा में बजरी का अवैध खनन हो रहा है। उन्होंने यहां तक कहा कि आप कोलायत रोड पर जाकर खड़े हो जाओ, किसी भी ट्रक को रोककर पूछ लो, वो बता देगा कि पीछे कुछ हजार रुपए देकर ही आगे आया है।
देवीसिंह भाटी प्रस्ताव भेजे तो वापसी पर पार्टी करेगी चर्चा
राठौड़ के साथ ही मीडिया से मिल रहे पूर्व प्रदेशअध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा में वापस शामिल होने के लिए देवी सिंह भाटी की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं है। अगर वो कोई प्रस्ताव देते हैं तो पार्टी उस पर विस्तार से चर्चा करेगी।