विनय एक्सप्रेस समाचार,बीकानेर। नालन्दा पब्लिक सी. सै. स्कूल में आयोज्य राष्ट्रीय सेवा योजना $2 इकाई के विशेष 7 दिवसीय शिविर के तृतीय दिन मे शाला के विद्यार्थियों ने उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र का भ्रमण एवं अवलोकन किया उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ. अर्थबंधु साहू ने इस अवसर पर छात्र/छात्राओं को ऊंट की नस्लों की जानकारी दी और बीकानेरी, जैसलमेरी, मेवाड़ी, गुजरात के कच्छ नस्ल के ऊंटों की विशेषताएं बताई।
विभिन्न बीमारियों में जैसे शुगर, टीबी, अस्थमा आदि रोगों के उपचार में ऊंटनी के दूध का अत्यधिक महत्व है ऐसा उन्होंने बताया।इस अवसर पर उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. सुमन्त व्यास ने बच्चों की विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान किया। अनिल तोमर एवं अन्य कर्मचारियों ने अनुसंधान केन्द्र का बच्चों को अवलोकन करवाया। उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र के म्यूजियम को देखकर बच्चें आश्चर्यचकित हो गए। भ्रमण में शाला के प्रीति रंगा, प्रियंका व्यास, आशीष रंगा, प्रवीण राठी, अशोक शर्मा आदि अध्यापक भी सम्मिलित रहे।शिविर के दौरान शिक्षाविद् मुकेश तंवर ने बीकानेर के विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों के चित्रों को बच्चों को दिखाते हुए ऐतिहासिक स्थलों की वर्तमान समय में महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह ऐतिहासिक स्थल हमारी सांस्कृतिक परम्पराओं की संवाहक है इन्हें सुरक्षित रखने का दायित्व हम सब का है। हम जब इन ऐतिहासिक स्थलों पर जायें तो इन स्थलों पर कचरा न फैलायें तथा दिवारों पर नारें या अपना नाम आदि न लिखें।
इससे पूर्व आज के दिन के शिविर का प्रारंभ प्रार्थना सभा एवं व्यायाम व योग से प्रारंभ हुआ। शिविरार्थियों को योग हर्षिता शर्मा व पीयूष शर्मा ने करवाए यह योग करना छात्र/छात्राएं शिविर के दौरान ही सीखें है। छात्र/छात्राओं के मध्य रस्सा खींच प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसका आनंद सभी शिविरार्थियों ने लिया तथा इसमें विजेता रही गौतम स्वामी, प्रणव सारस्वत, हर्षवर्धन ओझा की टीम प्रथम रही तथा हिमांशु छंगाणी पियूष जोशी और यश छंगाणी टीम द्वितीय रही।
कल के कार्यक्रमों की रूप रेखा शाला प्राचार्य राजेश रंगा ने बच्चों को बताई। आज के शिविर का संचालन शिविर प्रभारी हरिनारायण आचार्य ने किया।