विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। दिनांक 17 जनवरी 1983 को कुपवाङा जम्मू – कश्मीर में मातृभूमि की रक्षा करने के दौरान हिमस्खलन से अपने प्राणो की आहुति देने वाले शहीद केसरसिंह भाटी का बलिदान दिवस आज ऊनके पैतृक गांव पूनमनगर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । स्थानीय ग्रामीणां द्वारा शहीद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित श्रद्धांजति दी गयी। भारतीय सेना द्वारा केसर सिंह भाटी का अंतिम संस्कार वहीं कर दिया गया था घरवालों को अंतिम दर्शन तक नहीं हुए थे । अंतिम संस्कार के 5 दिन बाद घरवालों को पता चला जब शहीद केसर सिंह भाटी का सामान घर पर लाया गया तब गांव में शोक की लहर छा गई। उल्लेखनीय है कि 38 वर्षों तक केसर सिंह भाटी को शहीद का दर्जा प्राप्त नहीं हुआ था। दिनांक 4 अक्टूबर 2021 को बीएसएफ के बटालियन 191 के द्वितीय कमान अधिकारी भुमला के द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पूनम नगर में पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल नखत सिंह भाटी भाटी कंस्ट्रक्शन सरपंच प्रतिनिधि समंदर सिंह व गांव के लोगों के मौजूदगी में शहीद केसर सिंह भाटी की धर्मपत्नी लहर कंवर को शहीद होने का प्रमाण दिया गया।
आज उनके बलिदान दिवस में गांव के सरपंच प्रतिनिधि समंदर सिंह पदम सिंह अभय सिंह दिन सिंह जीवन सिंह ने शहीद की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर उन्हे पुष्पों की माला पहनाई गई श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित अतिथियों ने श्रोताओं के समक्ष केसर सिंह के शौर्य का वर्णन किया।बलिदान दिवस में शहीद के नाम से स्मारक के लिए गांव में चार दिवारी एक पानी का टांका निर्माण सरपंच ने घोषणा की गई। शहीद केसर सिंह स्मृति संस्थान के गठन संबंधित प्रस्ताव आयोजकों द्वारा सभा के दौरान रखा गया।बलिदान दिवस में शहीद के भाई गोपाल सिंह स्वरूप सिंह शहीद के पुत्र महेंद्र सिंह ने श्रद्धांजजि सभा में उपस्थित समस्त गणमान्य व्यक्तियों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में लुन सिंह देवी सिंह तार सिंह भूर सिंह व गांव के युवाओं ने भाग लिया का संचालन शहीद पूनम सिंह पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य पदम सिंह व शहीद के भतीजे जालम सिंह ने किया।