परहित से बड़ा कोई धर्म नहीं-मेघवाल
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकाने। कुसुम देवी डागा स्मृति निशुल्क चौदहवां घुटना दर्द निवारण शिविर शुक्रवार को नत्थूसर बास स्थित ब्रह्म बगीचा में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन (अंबेडकर पीठ) के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने की। मेघवाल ने कहा कि पर सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। संस्थान द्वारा कुसुम देवी डागा की स्मृति में यह पुनीत कार्य करना अनुकरणीय एवं उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने हमेशा पीड़ित, दुखी, वंचित और पिछड़े वर्ग के लोगों को आगे लाने का प्रयास किया, जो आज के दौर में भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रही है, मेघवाल ने कहा कि मुक्ति संस्था के तत्वावधान में गत 14 वर्षों से लगातार शिविर आयोजित कर जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाना महत्वपूर्ण सेवा कर्म है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि कुसुम देवी डागा एक विदुषी और धर्मपरायण महिला थी। उन्होंने सदैव जरूरतमंद लोगों की सेवा को प्राथमिकता दी। उनकी स्मृति में लगातार चौदह वर्षों से यह आयोजन करना प्रेरणादायक है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए श्रीराम सिंघी और ओमप्रकाश करनाणी ने कहा कि जरूरतमंद लोगों की मदद करना बीकानेर की परंपरा रही है। यहां के अनेक भामाशाहों ने समय-समय पर आगे आकर जीवमात्र की सेवा व सहायता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
आयोजन सचिव राजेंद्र जोशी ने कहा कि अब तक संस्था द्वारा लगभग छह हजार पांच सौ नी-बेल्ट का निशुल्क वितरण किया जा चुका है। इस शिविर में डॉ हेमंत व्यास, डॉ भारती पुरोहित, डॉ सुभाष भास्कर, डॉ मारुतिनंदन स्वामी ने सेवाएं दी। इस दौरान 407 लोगों को निशुल्क परामर्श और नी-बेल्ट वितरित किए गए।
मुक्ति संस्थान के अध्यक्ष हीरालाल हर्ष ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन ज्योतिप्रकाश रंगा ने किया।
कार्यक्रम के दौरान तोलाराम पेडीवाल, विजय खत्री, महेंद्र जैन, राजाराम स्वर्णकार, ओमप्रकाश सारस्वत, एन डी रंगा,ऋषि अग्रवाल, रामलाल पडिहार, बिंदु प्रकाश रंगा, डॉ. फारुख चौहान, हजारी देवड़ा,चन्द्रशेखर जोशी, मंगल चंद रंगा, भंवर लाल हरित, माँगीलाल भद्रवाल, विष्णु शर्मा, पूर्व पार्षद मांगीलाल, हरिकिशन जोशी, शिवशंकर शर्मा आदि मौजूद रहे।