जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक समेत जिला स्तरीय अधिकारियों और महिलाओं, किशोरियों ने देखी पैडमेन फिल्म

किशोरियों एवं महिलाओं ने पैडमेन फिल्म को उत्साह से देखा, महिला अधिकारिता के प्रयास को सराहा

विनय एक्सप्रेस समाचार,हनुमानगढ़। महिला अधिकारिता विभाग की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर 4 दिवसीय आयोजन की कड़ी में सोमवार शाम 6 से 9 जंक्शन स्थित शिव मंदिर सिनेमा में फिल्म पैडमेन का निःशुल्क प्रदर्शन किया गया। फिल्म को देखने जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल समेत जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं एडीजे श्रीमती संदीप कौर, सीईओ जिला परिषद श्री अशोक असीजा, एडीश्नल एसपी श्री जस्साराम बोस, डीटीओ श्री जगदीश अमरावत,जिला युवा अधिकारी श्रीमती मधु यादव, डीएसओ श्री राकेश न्यौल,एसीपी श्री योगेेन्द्र कुमार, डीईओ प्रारंभिक श्री रामेश्वर गोदारा,अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी श्री अमर सिंह ढाका, एडीसी श्री अशोक मित्तल, पीएमओ डॉ मुकेश, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक श्री प्रवेश सोलंकी, महिला अधिकारिता की सहायक निदेशक सुश्री साजिया तबस्सुम, एडीईओ माध्यमिक श्री रणवीर शर्मा, फूड इंस्पेक्टर श्री विनोद डाल, सीडीपीओ श्रीमती सुनीता शर्मा, श्रीमती निशा शर्मा  समेत बड़ी संख्या में महिलाएं एवं किशोरियां उपस्थित रही।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील है। महावारी स्वच्छता के अभाव में महिलाओं को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है जो उनके जीवन को भी संकट में डाल देती है। पैडमेन फिल्म को दिखाए जाने का उद्देश्य महावारी स्वस्छता प्रबंधन के साथ साथ सेनेटरी नेपकिन के इस्तेमाल केो लेकर महिलाओं को प्रेरित करना व उड़ान योजना के प्रति लोगों व महिलाओं में जागरूकता लाना हेै। इस फिल्म शो के माध्यम से महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो सकेंगी। उन्होंने महिलाओं को सेनेटरी नेपकिन का इस्तेमाल करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं एडीजे श्रीमती संदीप कौर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर महिला अधिकारिता विभाग की ओर से फिल्म पैडमेन का निशुल्क प्रदर्शन महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रमोट करने के उद्देश्य से अच्छा प्रयास है। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में फीमेल हाइजीन एक बहुत महत्वपूर्ण इश्यू है। जब हम महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं तो हम फिजिकल व साइकलोजिकल दोनों तरह की बात करते हैं। अगर फीमेल हाइजीन को प्रमोट करते हैं तो महिलाओं का स्वास्थ्य अपने आप प्रमोट होता है।

महिला अधिकारिता की सहायक निदेशक सुश्री साजिया तबस्सुम ने कहा कि ये फिल्म महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूकता करने में अहम भूमिका निभाएगी। महिलाएं व किशोरियां पर्सनल हाइजीन को अच्छा रख पाएंगी। साथ ही कहा कि माहवारी स्वच्छता प्रबंधन को लेकर ही राज्य सरकार ने उड़ान योजना शुरू की है। जिसके अंतर्गत महिलाओं व किशोरियों को निशुल्क सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

गौरतलब है कि सिनेमा हॉल में किशोरियां व महिलाएं अपनी सहेलियों तथा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बड़ी संख्या में फिल्म देखने के लिए पहुंची और राज्य सरकार के इस प्रयास को खूब सराहा। फिल्म में महिलाओं की माहवारी को समाज द्वारा शर्म से जोड़कर देखने को प्रदर्शित किया गया है, जिसे नायक द्वारा संवेदनशीलता से दूर करने का प्रयास किया जाता है। महावारी स्वच्छता प्रबंधन से वंचित महिलाओं की समस्या का समाधान कर नायक द्वारा ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को सस्ते एवं हाईजैनिक सेनेटरी नेपकिन बनाकर उपलब्ध करवाये जाते है। माहवारी के प्रति समाज में फैली कुरूतियों को दूर कर सस्ते एवं हाईजैनिक सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध करवाने वाला पुरुष नायक पैडमेन बन जाता है।

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