गर्मियों में पेयजल प्रबंधन की अग्रिम तैयारी : जिलों में कलक्टर्स की अध्यक्षता में कमेटी करेगी नियमित आपूर्ति की मॉनिटरिंग मुख्य सचिव ने जारी किए विस्तृत दिशा-निर्देश

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राज्य सरकार ने आगामी गर्मियों में प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध एवं नियमित पेयजल आपूर्ति की मॉनिटरिंग के लिए सभी जिलों में जिला कलक्टर्स की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी जिलों में गर्मियों के दिनों में जनता के लिए पेयजल की संभावित अतिरिक्त आवश्यकता का आंकलन करते हुए समय पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेगी, जिससे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।

मुख्य सचिव श्रीमती ऊषा शर्मा ने इस संबंध में एक परिपत्र में जिला कलक्टर्स को गर्मियों में पेयजल प्रबंधन के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिला कलक्टर की अगुवाई वाली इस समिति में अतिरिक्त जिला कलक्टर, जिला परिषद के सीईओ एवं विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता सदस्य तथा सम्बंधित जिले में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के अधीक्षण अभियंता सदस्य सचिव होंगे।

पेयजल आपूर्ति की नियमित समीक्षा हो

मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य सरकार ग्रीष्म-2022 में पूरे प्रदेश में लोगों को पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी जिला कलक्टर्स को इस समिति की प्रति सप्ताह बैठक कर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की नियमित समीक्षा के निर्देश दिए हैं। इस कमेटी द्वारा जिलों में नए हैंडपम्प एवं ट्यूबवैल स्थापित करने के लिए स्थान निर्धारण के बारे में आवश्यकता पड़ने पर निर्णय लिया जाएगा। साथ ही यह पीएचईडी के बकाया विद्युत कनेक्शनों को प्राथमिकता से जारी कराने, कंटीजेंसी प्लान के तहत 50 लाख रुपये की राशि के सदुपयोग तथा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरत के अनुसार जल परिवहन की वैकल्पिक व्यवस्था के बारे में निर्णय करेगी। कमेटी द्वारा पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए जिलों में संचालित पेयजल परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा एवं हैंडपम्प रिपेयरिंग अभियान की मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाएगी।

प्रशासनिक टीम मुस्तैद रहे

मुख्य सचिव ने जिला कलक्टर्स को निर्देश दिए है कि वे अपने जिलों में गर्मियों के सीजन को देखते हुए समुचित पेयजल प्रबंधन के लिए प्रशासनिक अमले जुड़े एसडीएम एवं तहसीलदार सहित पटवारी और ग्राम सेवकों की सक्रियता अभी से सुनिश्चित करे। ये सभी अपने क्षेत्राधिकार में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पर बराबर नजर रखेंगे तथा लोगों की मांग और अतिरिक्त आवश्यकता को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देशन में पीएचईडी के अधिकारियों से समन्वय रखते हुए तत्काल आवश्यक कदम उठाएंगे। उन्होंने कलक्टर्स को कम दबाव से पेयजल आपूर्ति वाले क्षेत्रों में सप्लाई के समय बिना किसी रूकावट के निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चत करने के भी निर्देश दिए है। इसके साथ ही पीएचईडी की जल योजनाओं के लिए लम्बित ‘पावर कनेक्शन’ के प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण करने को कहा है।

अधिकारियों को अन्य दायित्वों से मुक्त रखें

इसके साथ ही कलक्टर्स को जिलों में विशेष तौर पर मई और जून माह में तेज गर्मी के दिनों में पीएचईडी के अधिकारियों एवं स्टाफ की पेयजल योजनाओं के रख-रखाव से सम्बंधित महत्त्वपूर्ण कार्यों में व्वस्तता के कारण उनको इस दौरान अन्य दायित्वों से मुक्त रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इन कार्यों में लगे पीएचईडी के वाहनों का अन्य कार्यों के लिए अधिग्रहण न करने को कहा है। इसके अलावा कलक्टर्स को जिलों में किसी भी ऐसे विशेष मुद्दे पर, जिसमें राज्य सरकार के स्तर से तत्काल सहयोग वांछित हो, उसके समाधान के लिए पीएचईडी के उच्चाधिकारियों से संपर्क करने के निर्देश दिए गए हैं।