विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राजस्व मंडल अध्यक्ष श्री राजेश्वर सिंह ने कहा कि आमजन को त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय लोक अदालत अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है, इसके लिए राजस्व मंडल प्रशासन, पीठासीन अधिकारी एवं अभिभाषकगणों को समर्पित एवं प्रभावी प्रयास करने की जरूरत है।
श्री सिंह आगामी 12 मार्च को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक राजस्व प्रकरणों के निस्तारण की पूर्व तैयारी एवं सामूहिक चर्चा को लेकर आयोजित राजस्व मंडल बार एसोसिएशन पदाधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि न्यायिक व्यवस्था में कानून सबके लिए समान है हमें सहिष्णुता, विधिक तर्क एवं कानूनी तथ्यों को आधार बनाकर न्याय प्रदान किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सहिष्णुता के मंत्र को सबसे बड़ा उदाहरण बताया, जहां ब्रिटिश साम्राज्य को घुटने टेकने पड़े। उन्होने वर्तमान परिपेक्ष्य में न्याय के लिए शांति, सहयोग व सामंजस्य से कार्य करते हुए तर्क एवं तथ्यों को आधार बनाकर न्याय प्रदान करने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
मंडल अध्यक्ष ने कहा कि न्यायालयों में प्रस्तुत होने वाली पत्रावलियों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ समय पर प्रस्तुत किया जाना चाहिए इसके लिए प्रशासन को गंभीर होकर कार्य करने की जरूरत है।
मंडल अध्यक्ष ने कहा कि न्यायिक कार्यों में गुणवत्ता लाने के लिए कानूनविद एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा समय पर प्रस्तुत सकारात्मक सुझावों को कार्य व्यवहार में शामिल किया जाएगा। इस व्यवस्था से निष्चय ही बेहतर परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने राजस्व मंडल व बार एसोसिएशन के मध्य सौहार्दपूर्ण और अधिक ढंग से कार्य निष्पादन वातावरण बनाने के लिए सतत वैचारिक आदान-प्रदान को तवज्जो देने की बात भी कही।
इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन लाल भाटी ने राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक पक्षकारों को न्याय प्रदान करने की दिशा में अभिभाषक वर्ग से श्रेष्ठ कार्य दक्षता एवं सकारात्मकता का परिचय देते हुए पूर्ण सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि राजस्व न्यायालयों में प्रकरणों की तादाद दिनोंदिन बढ़ती जा रही है ऎसे में सामाजिक समरसता एवं शांतिपूर्ण वातावरण के लिए इस क्षेत्र में गंभीर होकर सेवाएं देने की महती आवश्यकता है।
बैठक में निबंधक श्री भंवर सिंह सांदू ने बताया कि राजस्व मंडल की ओर से राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए 2227 प्रकरणों की सूची सुझावात्मक रूप से अभिभाषकवार तैयार कर दी गई है। उन्होंने बताया कि पत्रावलियों की पूर्व तैयारी के साथ ही पांच बैंचों के गठन का प्रस्ताव राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए किया गया है।
बैठक में राजस्व मंडल सदस्य गणेश कुमार, विधिक सेवा सचिव रामपाल ने भी विचार रखे। राजस्व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह नरूका ने राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए बार की ओर से पूर्ण सकारात्मक सहयोग का भरोसा जताया।
इस अवसर वरिष्ठ अधिवक्ता औकार लाल दवे, वीपीसिंह राजावत, वीरेंद्र सिंह राठौड, घनश्याम सिंह लखावत, दिलीप सिंह राठौड, सुनील पारीक सहित अन्य ने उपयोगी सुझाव दिये। बैठक में उपनिबंधक श्रीमती दीप्ति शर्मा, प्रिया भार्गव, अतिरिक्त निदेशक आईटी वरदराजन, एसीपी सौरभ बामनिया सहित वरिष्ठ अधिकारी अधिकारीगण एवं अभिभाषक मौजूद रहे।