घांघू में 8वीं, 10वीं और 12वीं टॉप करने वाले बालक-बालिकाओं को हर साल मिलेंगे नकद पुरस्कार

विनय एक्सप्रेस समाचार,चुरू। । घांघू राउमावि के वार्षिकोत्सव में ग्रामीणों की अनूठी पहल, बोर्ड परीक्षाओं के टॉपर बालक-बालिकाओं को हर वर्ष नकद पुरस्कार की घोषणा, भामाशाहों और होनहार विद्यार्थियों का हुआ सम्मान, टिन शेड और टॉयलेट ब्लॉक का होगा निर्माण, विद्यालय में बनेगी सरस्वती वाटिका, एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा

चूरू, 13 मार्च। घांघू के शहीद राजेश कुमार फगेड़िया उच्च माध्यमिक विद्यालय के वार्षिकोत्सव में रविवार को विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। प्राध्यापक रेखा मीणा के निर्देशन में विद्यार्थियों की ओर से देशभक्ति और लोकरंग की खुशबू से भरी प्रस्तुतियों ने ग्रामीणों का मन मोह लिया। ग्रामीण लोक कलाकारों ने ढप एवं चंग की प्रभावी प्रस्तुति देकर ग्रामीणों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

ग्राम सेवा सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष परमेश्वर लाल दर्जी की अध्यक्षता और सीबीईओ बजरंग सैनी के मुख्य आतिथ्यि हुए कार्यक्रम में होनहार विद्यार्थियों एवं भामाशाहों का सम्मान किया गया। ग्रामीणों की ओर से अनूठी पहल करते हुए बोर्ड परीक्षाओं में टॉप करने वाले बालक-बालिकाओं के लिए हर वर्ष नकद पुरस्कार की घोषणा की गई। इसके अलावा विद्यालय स्टाफ की ओर से करीब 51 हजार रुपए का सहयोग विद्यालय विकास के लिए दिया गया, वहीं ग्रामीणों ने एक लाख रुपए से  अधिक राशि मौके पर ही एकत्रा कर दी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ एनए खान ने कहा कि शिक्षक से समाज का संस्कार होता है और वह बदलाव की वाहक बनती है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है लेकिन हम शिक्षा के जरिए उस परिवर्तन को बेहतरीन और अधिकतम परिणामदायी बना सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि महावीर सिंह नेहरा ने कहा कि विद्यालय विकास के लिए हम सभी को आगे आकर प्रयास करने चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे मन लगाकर पढाई करें और बेहतर परिणाम दें। विद्यालय में संसाधनों के सुदृढ़ीकरण के लिए सतत प्रयास किए जाएंगे।

सीबीईओ बजरंग लाल सैनी ने राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी और भामाशाहों को विद्यालय विकास के लिए आगे आने का आह्वान करते हुए विद्यालय प्रार्थना सभास्थल के लिए टिन शेड निर्माण की जरूरत बताई, जिस पर सरपंच विमला देवी की ओर से टिन शेड निर्माण की घोषणा की गई। इसके साथ ही ग्राम पंचायत की ओर से टॉयलेट ब्लॉक निर्माण की घोषणा भी कार्यक्रम में की गई।

विशिष्ट अतिथि युवा लेखक कुमार अजय ने कहा कि विद्यालय के बच्चे अकूत प्रतिभा से भरे हैं, हमें उनकी प्रतिभा को पहचान कर उन्हें आगे बढाना होगा। उन्होंने बच्चों से अनुरोध किया कि वे एक लक्ष्य बनाकर उस पर फोकस करें और जीवन में सफलता के आयाम तय करें।
इस दौरान पूर्व एथलीट हरफूल सिंह रेवाड़ की ओर से खेल क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी को हर साल 11 हजार रुपए, परमेश्वर लाल दर्जी की ओर से बारहवीं बोर्ड की टॉपर बालिका को ममता अवार्ड के रूप में प्रत्येक वर्ष 11 हजार रुपए, ममता अवार्ड की तर्ज पर पूर्व सरपंच नाथी देवी की ओर से दसवीं बोर्ड में टॉप करने वाली बालिका को प्रत्येक वर्ष 11 हजार रुपए, बारहवीं में टॉप करने वाले बालक को युसुफ खान पहाड़ियान की ओर से प्रत्येक वर्ष 5100 रुपए, दसवीं में टॉप करने वाले बालक को विद्याधर रेवाड़ की ओर से प्रत्येक वर्ष 5100 रुपए, लिखमाराम नोखवाल की ओर से 8वीं बोर्ड में टॉप करने वाले बालक को प्रत्येक वर्ष 5100 रुपए तथा जांगिड़ परिवार की ओर से 8वीं टॉप करने वाली बालिका को 5100 रुपए प्रत्येक वर्ष दिए जाने की घोषणा की गई। इस दौरान हाल ही में दिवंगत हुए शिक्षक शिशुपाल सिहाग की स्मृति में विद्यालय में सरस्वती वाटिका के निर्माण की घोषणा उनके परिजनों की ओर से की गई। इसके अलावा संदीप कपूूरिया की ओर से खेल सामग्री (पोल वॉल्ट) के लिए करीब 8 हजार रुपए देने की घोषणा की गई। विद्यालय की ओर से हर साल एक शिक्षक को बेस्ट टीचर का अवार्ड दिए जाने के नवाचार अंतर्गत पहला पुरस्कार विद्यालय शिक्षक सज्जाद खान को दिया गया। प्रधानाचार्य प्रताप सिंह कुमावत ने स्वागत उद्बोधन में विद्यालय की उपलब्धियों और आवश्यकताओं से अवगत करवाया तथा विद्यालय विकास में योगदान देने वाले भामाशाहों का आभार जताया। प्राध्यापक रेखा मीणा ने आभार जताया। संचालन सतवीर झाझड़िया ने किया। कार्यक्रम में एलआईसी की ओर से भी विद्यार्थियों का सम्मान किया गया।

इस दौरान पूर्व सरपंच नाथी देवी नेहरा, सूबेदार सफी मोहम्मद, उप सरपंच पूर्ण सिंह शेखावत, राजेश जांगिड़, रामलाल फगेड़िया, शफी मोहम्मद गांधी, प्रधानाचार्य जगदीश खेड़ीवाल, राधेश्याम नोखवाल, अब्दुल हबीब अनवरी, बन्ने खां, रणजीत सिहाग, रामकरण दनेवा, रामचंद्र प्रजापत, वार्ड पंच सांवल राम, गिरधारी प्रजापत, प्रो. महेंद्र बेनीवाल, एलआईसी के शाखा प्रबंधक रामधन बुडानिया, विकास अधिकारी सुरेंद्र बाकोलिया आदि मंचस्थ थे। वार्ड पंच वसीम अकरम, भोलू खां, रामकरण राहड़, प्यारेलाल फगेड़िया, राधेश्याम दर्जी, बीरबल नोखवाल, राजेश जांगिड़, महादेव जांगिड़, राजकुमार मेघवाल, दिलीप मेघवाल, किशनाराम नायक, राधेश्याम धाणक, आजम अली खां सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण, शिक्षक, विद्यालय स्टाफ एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।

कार्यक्रम में परवेज अहमद, महिपाल सिंह, डॉ सुनील कुमार, रामस्वरूप, रामरख शिवराण, ममता पूनिया, वरिष्ठ अध्यापक शीशराम श्योराण, सुभाष चंद्र वर्मा, बाबूलाल गुर्जर, मनोज शर्मा, रेखा शर्मा, सुमन कस्वां, विजय लता, विद्या, मुकेश कुमार शर्मा, प्रयोगशाला सहायक पूनम मीणा, कमलेश, अरविंद सैनी, रामेश्वर लाल सैनी, सुरेश भार्गव, तुलछाराम ने सहयोगी भूमिका निभाई।