विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बुधवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की समस्त योजनाओं की समीक्षा की और विकास अधिकारियों व कार्यकारी एजेंसियों को 31 मार्च तक सभी कार्य पूरे करवाते एवं यूसी-सीसी भिजवाने के लिए निर्देशित किया।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने पंचायत समितिवार स्वीकृत, पूर्ण व अधूरे कार्यों का फीडबैक लिया। पुराने कार्य अब तक पूर्ण नहीं करवाने पर विकास अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने सांसद निधि कोष, विधायक निधि कोष, सीमान्त क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम के तहत आवंटित कार्यों को पूरा नहीं करने पर नाराजगी जताई। सांसद निधि से एक कार्य पूरा नहीं करने पर पंचायत समिति, कोलायत विकास अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
नगर निगम को इसी मद में 23 मार्च तक यूसी व सीसी भिजवाने के निर्देश दिए और कहा कि संबंधित अधिकारी को कारण बताओ नोटिस दिया जायेगा। बैठक में निगम अधिकारी ने बताया कि उक्त मद में 4 कार्य पूरे हुए हैं, इनकी सीसी बकाया है।
जिला कलक्टर ने समग्र शिक्षा के अधिकारी से पूछा कि जिले में 12वीं तक के ऐसे कितने विद्यालय हैं, जिनमें कम्प्यूटर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में आईसीटी लैब नहीं हैं, उनमें कम्प्यूटर की सुविधा दी जाए। उन्होंने कहा कि विषय अध्यापक नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच सरकारी लैब में करवाई जाए। जिस पंचायत समिति में लैब नहीं है, पास की पंचायत समिति की लैब से कार्यों की गुणवत्ता की जांच करवाएं। उन्होंने समस्त विकास अधिकारियों को उनकी पंचायत समिति में चल रहे बड़े विकास कार्यों पर श्रमिक संख्या बढ़ाकर उन्हें पूरा करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी पुराने कार्य 31 मार्च तक पूरे होने चाहिए अन्यथा संबंधित एक्सईएन, एईएन व तकनीकी स्टाफ के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। नगर पालिका श्रीडूंगरगढ़ में सांसद निधि कोष के विभिन्न वर्षों के कार्यों का रिकार्ड नहीं मिलने की जानकारी मिलने पर उन्होंने संबंधित दोषी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी योजना, मनरेगा सहित नवाचार कार्यक्रम की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. सहित विकास अधिकारी व विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।