विश्व जल दिवस पर आयोजित कार्यशाला में बोले जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल
विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। बारिश का जल हमारे शरीर के लिए लाभदायक है। इसे बचाने की जरूरत है। जोधपुर, नागौर इत्यादि जिलों में तो इस जल की महत्ता को समझते हुए खेतों मेें और घरों में टांका बनाकर इसे इकट्ठा किया जाता है। लेकिन हनुमानगढ़ और इसके आसपास के इलाकों में बारिश के जल की सेविंग बहुत कम है। ये कहना है जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल का जो मंगलवार को विश्व जल दिवस पर जलदाय विभाग की ओर से जंक्शन स्थित जाट भवन में आयोजित जल जागरूकता कार्यशाला मेें मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थेेे। कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि कृषि उपनिदेशक श्री दानाराम गोदारा, सिंचाई विभाग के एसई श्री डीएस बेनीवाल, पीएचईडी अधिशासी अभियंता श्री ताराचंद पिलानिया, भू-जल वैज्ञानिक श्री बरकत अली, अधिशाषी अभियंता श्री रामलाल मित्तल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पीएचईडी केे कार्यवाहक अधीक्षण अभियंता श्री दिनेश कूकणा ने की।
श्री डिडेल ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि अगर समस्त लोग जल के प्रति जागरूक होंगे तो शायद हमें जल बचाने के लिए ऐसी कार्यशाला की आवश्यकता ही नहीं पड़े। श्री डिडेल ने कहा कि हमारे शरीर में सत्तर फीसदी पानी है। केवल शरीर ही नहीं अपितु हमारी पृथ्वी भी दो-तिहाई जल से आच्छादित है। जल, वायु और भोजन हमारे जीवन रुपी इंजन के ईंधन है। लिहाजा समस्त उपस्थित जनप्रतिनिधियों से विश्व जल दिवस के अवसर पर जल संरक्षण का संकल्प लेने का आह्वान किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि हम पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। पीने और घरेलू उद्देश्यों के अलावा पानी हमारी दुनिया के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। भविष्य के लिए जल का संरक्षण महत्वपूर्ण है। जल अत्यंत आवश्यक है, ये जानते हुए भी बहुत से लोग इसको बर्बाद करते हैं। हमें हमारी नई पीढ़ी को भी सदैव पानी बचाने की सीख देनी चाहिए।