फर्जी पट्टा जारी करवाने पर दो दशक बाद यूआईटी ने दर्ज करवाया केस

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। कूटरचित दस्तावेजों की मदद से फर्जी पट्टा जारी करवाने के आरोप में नगर विकास न्यास के तहसीलदार ने एक शख्स के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है। मामले का खुलासा शिकायतकर्ता द्वारा दिए गये प्रार्थना पत्र के बाद जांच में हुआ, यूआईटी के तहसीलदार ने पुलिस को बताया कि बेनीसर बारी के एक शख्स ने जनवरी 2002 को पट्टा बनवाने के लिए आवेदन किया, उसने कूटरचित दस्तावेज की मदद से सात फरवरी 2002 को पट्टा जारी करवा लिया। इस मामले में शिकायत कर्ता की रिपोर्ट के बाद विभाग ने जांच की तब मालूम चला की शख्स की ओर से पेश किया गया शपथ पत्र गलत है।