विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। डूंगर काॅलेज में चल रहे आॅनलाइन शिक्षक संवर्धन कार्यक्रम के पांचवे दिन राजनीति विज्ञान के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद््दों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए। पहले तकनीकी सत्र के विषय विशेषज्ञ के रूप में दिल्ली विश्व विद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर उज्जवल कुमार सिंह ने राजनीति विज्ञान एक जीवंत अनुभव के रूप में विषय पर अत्यंत व्याख्यान दिया। राज्य इच्छा और नागरिक इच्छा के अंतर्द्वंद्व का विश्लेषण करते हुए उन्होंने एक सामान्य इच्छा की निर्मिति के लिए उचित एवं न्यायपूर्ण भूमिकाओं को तलाश करने की बात कही जिससे नागरिक और राज्य दोनों को उत्तरदायित्वपूर्ण बनाया जा सके।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में डॉ पयोद जोशी , सह आचार्य , राजकीय महाविद्यालय भीलवाड़ा द्वारा राष्ट्रवाद की बीच बहस में मानवाधिकार का प्रश्न विषय पर व्याख्यान दिया। उन्हांेने पश्चिम द्वारा गढ़े गए राष्ट्रवाद एवं हमारे विकसित राष्ट्रवाद में मूलभूत अंतर बताया। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ जी पी सिंह ने अतिथि का स्वागत करते हुए प्रतिभागियों का आह्वान किया कि वे इन विशिष्ट वक्ताओं के ज्ञान को ग्रहण कर अपनी क्षमताओं का संवर्धन करें। कार्यक्रम के तृतीय सत्र में डॉ मंजू मीना सह आचार्य , राजकीय एम एस कॉलेज , बीकानेर द्वारा उदारवाद का इतिहास एवम वर्तमान संदर्भ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। विभागप्रभारी डॉ. नरेंद्र नाथ ने अतिथियों का परिचय तथा कार्यक्रम समन्वयक डॉ बबिता जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ नरेन्द्र कुमार एवम सन्दीप कुमार ने किया। तकनीकी सहयोग डॉ. सुरेश वर्मा का रहा। पांचवे दिन के सत्रों में कुल 49 प्रतिभागियों के साथ साथ अन्य प्रतिष्ठित प्रोफेसर ने भाग लिया |
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में डॉ पयोद जोशी , सह आचार्य , राजकीय महाविद्यालय भीलवाड़ा द्वारा राष्ट्रवाद की बीच बहस में मानवाधिकार का प्रश्न विषय पर व्याख्यान दिया। उन्हांेने पश्चिम द्वारा गढ़े गए राष्ट्रवाद एवं हमारे विकसित राष्ट्रवाद में मूलभूत अंतर बताया। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ जी पी सिंह ने अतिथि का स्वागत करते हुए प्रतिभागियों का आह्वान किया कि वे इन विशिष्ट वक्ताओं के ज्ञान को ग्रहण कर अपनी क्षमताओं का संवर्धन करें। कार्यक्रम के तृतीय सत्र में डॉ मंजू मीना सह आचार्य , राजकीय एम एस कॉलेज , बीकानेर द्वारा उदारवाद का इतिहास एवम वर्तमान संदर्भ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। विभागप्रभारी डॉ. नरेंद्र नाथ ने अतिथियों का परिचय तथा कार्यक्रम समन्वयक डॉ बबिता जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ नरेन्द्र कुमार एवम सन्दीप कुमार ने किया। तकनीकी सहयोग डॉ. सुरेश वर्मा का रहा। पांचवे दिन के सत्रों में कुल 49 प्रतिभागियों के साथ साथ अन्य प्रतिष्ठित प्रोफेसर ने भाग लिया |