विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) के लिए गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक हुई।
बैठक में जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार के मामलों में प्रो-एक्टिव होकर पीड़ित की मदद की जाए। उन्होंने पुलिस स्तर पर लंबित सभी मामलों में अविलम्ब प्रस्ताव और आरोप पत्र जमा करवाने के निर्देश दिए।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल.डी.पंवार ने बताया कि अनुसूचित जाति अत्याचार संबंधित विभिन्न थानों में जनवरी व फरवरी में 47 प्रकरण दर्ज हुए। इनमें से 3 प्रकरण झूठे पाये जाने पर एफ.आर. लगाई है। शेष 43 प्रकरण अनुसंधान स्पर पर पेंडिग है। उन्होंने बताया कि दो माह से अधिक समय के 35 प्रकरण पेंडिग हैं।
पंवार ने बताया कि वर्ष 2021-22 में अनुसूचित जाति के 473 लोगों को 408.78 लाख रूपये की और अनुसूचित जनजाति के 25 लोगों को 13.50 लाख रूपये की सहायता दी गई। उन्होंने बताया कि पुलिस थाना बज्जू और कोलायत, कोटगेट, नयाशहर, महाजन, महिला थाना, सूड़सर व नोखा स्तर पर 1-1 प्रकरण लम्बित है।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरूण प्रकाश शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।