समाज मे घुलने मिलने से कतराते है ऑटिज़्म के बच्चे
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। 2 अप्रैल,शनिवार को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा मनाया जाएगा। डॉ.अमित पुरोहित ने बताया कि ऑटिज्म दिवस के दिन उन सभी बच्चो के जीवन मे सुधार के कदम उठाए जाते है जो ऑटिज़्म से ग्रस्त है और उन्हें सार्थक जीवन जीने एवं समाज की मुख्यधारा से जोड़ने मे सहायता दी जाती है एवं बताया कि ऑटिज़्म एक मानसिक रोग है,जिसमे बच्चे का दिमाग पूरी तरह से विकसित नही हो पाता है,इसी के प्रति जागरूक करने के लिए हर वर्ष 2 अप्रैल को सम्पूर्ण विश्व मे इस रोग के प्रति समाज मे जागरूकता लाने के लिए विश्व ऑटिज़्म दिवस मनाया जाता है।
योग गुरु दीपक शर्मा ने बताया कि शनिवार को विभिन्न कार्यशालाओं,पोस्टर एवं उपकरण प्रदर्शनी एवं वर्चुअल माध्यम से आम जन को इसके लक्षण एवं निदान के बारे मे बताया जाएगा क्योंकि ऑटिज़्म से ग्रस्त बच्चा भी परिवार एवं समाज का ही अंग है और इसके प्रति जागरूकता फैलाना हम सभी का कर्तव्य है।