विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक सोमवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें एडीएम खटनावलिया ने मुख्य बाजार सहित शहर में जगह-जगह घूम रहे बेसहारा पशुओं को नंदीशालाओं में भिजवाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने पशुपालन विभाग व नगरपरिषद आयुक्त को निर्देश देते हुए कहा कि सभी नगर निकायों में सर्वे करवाकर बेसहारा पशुओं को समीप की नंदीशाला में भिजवाना सुनिश्चित करें। साथ ही शहरी क्षेत्र में घरों में मांस बेचने वाले लोगों का चिन्हिकरण कर उचित कार्रवाई करें। इस दौरान उन्होंने कहा कि मृत पशुओं का निस्तारण सही स्थान पर करवाएं।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में बज रहे कानफोड़ू डीजे साउण्ड पर शिकंजा कसने के लिए उचित कार्रवाई करें। इस दौरान उन्होंने शहर में बजने वाले डीजे साउण्ड पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे वाहन चालकों को पाबंद करें तथा सुधार नहीं होने पर वाहन जब्ती की कार्रवाई भी करें।
बैठक मे पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. महेश कुमार मीणा ने बताया कि पशुओं के साथ क्रूर व्यवहार एवं वन्य जीव व पशु पक्षियों का शिकार करना अपराध की श्रेणी मे आता है। उन्होने इस संबंध मे जीव जन्तुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान समिति सदस्यों ने बताया कि जिले मे घूम रहे बेसहारा गौवंश को नंदीशाला संचालक शिफ्ट करने में रुचि नहीं ले रहे है। जिस पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ने नगर परिषद आयुक्त को नंदीशाला संचालकों से समन्वय स्थापित करने तथा पशुओं के लिए पुख्ता व्यवस्था करने हेतु उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर तक नियमों की जानकारी उपलब्ध करवाकर जनप्रतिनिधियों के माध्यम से आमजन को भी प्रेरित करें।
बैठक मे नगर परिषद आयुक्त श्रवणराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) भवानीसिंह, पशु चिकित्सक डॉ. अनिल वैष्णव, परिवहन विभाग के जगदीश चौधरी आदि मौजूद रहे।