विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। राजस्थान राज्य विप्र कल्याण बोर्ड द्वारा बुधवार को वैदिक कर्मकांडी ब्राह्मण, ज्योतिषाचार्य, वास्तुशास्त्री, मंदिर के पुजारियों से विप्र कल्याण योजनाओं हेतु संवाद का कार्यक्रम पुष्करणा भवन में रखा गया।
कार्यक्रम में राजस्थान राज्य विप्र कल्याण बोर्ड के सदस्य राजकुमार किराडू ने बताया कि बोर्ड द्वारा विप्रजनों के उत्थान के लिए कार्ययोजना बनाई हेतु यह संवाद कार्यक्रम रखा गया है। इस दौरान प्रबुद्धजनों ने सुझाव दिए। इनमें विप्र बालको को कर्म कांड, वास्तु शास्त्र, वैदिक शिक्षा, मंदिर के पुजारी और कर्म कांडी का आर्थिक, समाजिक सर्वे करवाकर मासिक पेंशन चालू करने, बीकानेर के संस्कृत कॉलेज को संस्कृत विश्वविद्यालय से मान्यता, विप्र बालकों को छात्रवृत्ति, वेद कर्म कांड ज्योतिष के साथ आधुनिक शिक्षण व्यवस्था कराई जाए।
राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी जन्म पत्रिका निर्माण आयोजन को गति देकर चिकित्सा में ज्योतिष डिप्लोमा देकर विप्र को नियुक्ति प्रदान कर योजना को मूर्त रूप देना चाहिए।
ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र बन जाने के बाद वापस रिन्यू प्रक्रिया को सरलीकरण किया जाए। ईडब्ल्यूएस में विवाह के बाद महिला से पिता के आय प्रमाण पत्र से महिला को छूट मिले, ईडब्ल्यूएस की अवधि सीमा को बढ़ाना, शहरी परकोटे में प्राचीन शिक्षा को बढाना, वेद अध्ययन, वेद वेदांग, ज्योतिष व कर्मकांड आध्यपन पाठशाला की स्थापना, आवासीय व गैर आवासीय गुरुकुल पद्धति पुनः स्थापित करना, विद्यालय में संस्कृत पाठ्यक्रम को प्रथम कक्षा से लागू करना, संस्कृत संभाषण शिविर और विद्यालयों में गीता अध्ययन अनिवार्य करना, संस्कृत उत्थान के लिए पुस्तकालय का निर्माण, मंदिरों के पुजारियों से मासिक संवाद कर उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करने जैसे अनेक सुझाव प्राप्त हुए।
किराडू ने बताया कि विप्र बोर्ड की आगामी बैठक में सभी सुझाव पेश किए जाएंगे।
संवाद कार्यक्रम में रमेश जी व्यास, राजेन्द्र किराडू, अशोक ओझा, अशोक कुमार बिस्सा, गायत्री प्रसाद, भवर पुरोहित, अविनाश आचार्य, कविता पारीक, अशोक किराडू,योगेश व्यास,राजकुमार व्यास, श्रवण व्यास, संजय व्यास, लाला प्रसाद, राम कुमार, गणेश जोशी, श्रवण उपाध्याय, नारायण प्रसाद, हरीश पुरोहित, दयाराम शर्मा, योगेश शर्मा, अशोक शर्मा, श्याम सुंदर, विश्वनाथ व्यास, दिनेश व्यास, गिरिराज ओझा, मोहन ओझा, गोपाल भदानी, सत्य वान, काशी प्रसाद, राजेश व्यास, मेहन्द्र ओझा, राहुल किराडू, संदीप शर्मा, गिरिराज पुरोहित, नितेश व्यास, पूनम चन्द जोशी, प्रकाश व्यास, सूर्य नारायण ओझा, नव कुमार, धर्मा स्वामी, सागर स्वामी, विजय शंकर व्यास, योगेश किराडू, किशन किराडू, मनोज दाधीच, लक्ष्मी कांत बिस्सा, हिमांशू किराडू, सौरभ किराडू,अभिषेक बिस्सा, पंकज किराडू आदि उपस्थित थे।