चैत्री पूर्णिमा की क्रिया, आयम्बिल व उपवास आज

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर, 15 अप्रेल। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की वरिष्ठ साध्वी प्रवर्तिनी, सज्जनमणि शशि प्रभाजी म.सा. के सान्निध्य में शनिवार को चैत्री पूर्णिमा पर अनेक श्रावक-श्राविकाएं उपवास रखेंगे तथा आयम्बिल की तपस्या करेंगे। शनिवार को ही नवपद ओली का समापन होगा। साध्वीवृृंद के सान्निध्य में श्रावक-श्राविकाएं करीब चार घंटें जैन धर्म की परम्परानुसार चैत्री पूर्णिमा की क्रिया करेंगे।


रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में शुक्रवार को साध्वीश्री शशि प्रभा ने प्रवचन में कहा कि कार्तिक व चैत्र पूर्णिमा पर उपवास व आयम्बिल आदि की तपस्याएं करने से नवपद ओली की तपस्या का पुण्य मिलता है। उन्होंने कहा कि चैत्र पूर्णिमा को रात्रि भोजन व हरि सब्जी आदि का त्याग करें तथा धर्म, ध्यान के साथ प्रतिवर्ष उपवास का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि आयम्बिल व चैत्र पूर्णिमा की तपस्या महा मंगलकारी है।

नाल दादाबाड़ी में गुरु इकतीसा सोमवार को साध्वीश्री शशि प्रभाजी म.सा. के सान्निध्य में सोमवार को नाल दादाबाड़ी में गुरु इक्तीसा का सामूहिक पाठ होगा। साध्वीजी स्वयं सुबह साढ़े पांच बजे ढढ्ढों के चैक के इंद्रलोक से पैदल प्रस्थान कर नाल पहुंचेगी। नाल में सुबह छह बजे गुरु इक्तीसा का पाठ शुरू होगा। पाठ का लाभ कन्हैयालालजी, महावीरजी नाहटा व नमन नाहटा परिवार ने लिया है।