गौशाला ध्वस्त होने से करीब 400 गोवंश बेहाल स्थिति में आ गया और भूख प्यास से व्याकुल हो गए।
विनय एक्सप्रेस समाचार, अलवर। अलवर जिले के राजगढ़ में प्रशासन की ओर से बाजार में बुलडोजर चलाकर 150 दुकानें व मंदिर तोड़ दिया गया। अब यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है। वहीं इसी बीच अलवर जिले के कठूमर में ही वन विभाग ने गौशाला पर बुलडोजर चला दिया। जिससे 400 गाेवंश बेसहारा हो गया।
अलवर जिले के कठूमर में वन विभाग की ओर से उपखंड मुख्यालय की एकमात्र गोशाला मैथना स्थित हनुमान गोशाला को ध्वस्त कर 40 बीघा जमीन मुक्त कराई गई । गोशाला ध्वस्त होने से करीब 400 गोवंश बेहाल स्थिति में आ गया और भूख प्यास से व्याकुल हो गए।
लक्ष्मणगढ़ रेंजर जतिन सेन ने बताया कि मैथना रूधं में स्थित वन विभाग की करीब 14 सौ बीघा जमीन में से करीब 40 बीघा जमीन पर पिछले एक दशक से गोशाला चल रही थी जिसमें 400 छोटे बड़े गोवंशों का पालन पोषण किया जा रहा था। सहायक वन संरक्षक कोर्ट राजगढ़ के वर्ष 2020 के आदेश के अनुपालन में गोशाला के संचालक को दिसंबर 2022 में गोशाला की जगह खाली करने और गायों को अनयंत्र स्थानांतरित करने का नोटिस जारी किया गया। लेकिन गोशाला संचालक ने उक्त नोटिस की पालना नहीं की । अंतत: गुरुवार को वन विभाग ने विभाग की जमीन से गोशाला से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान वन विभाग का जाब्ता, कठूमर पुलिस, राजस्व विभाग सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
10 दिन का समय मांगा था
गौशाला पर कार्रवाई के समय गौशाला संचालक ने 10 दिन का समय मांगा था, लेकिन उन्हें यह समय नहीं दिया गया और बुलडोजर चलाकर गौशाला को ध्वस्त कर दिया गया। अब सैकड़ों गौवंश बेसहारा हो गई हैं।