विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। जैविक खेती में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्य के सर्वश्रेष्ठ तीन कृषकों को एक-एक लाख रूपये के पुरस्कार मिलेंगे।
उप निदेशक कृषि (विस्तार) डॉ0 गुगन राम मटोरिया द्वारा बताया गया कि राज्य योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्तर पर जैविक खेती में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन सर्वश्रेष्ठ कृषकों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस हेतु जिले के जो कृषक गत पांच वर्षाे से कृषि उद्यानिकी फसलों में जैविक उत्पादन का कार्य कर रहा हो तथा कम से कम पिछले दो वर्षाे से लगातार जैविक प्रमाणिकरण करवा रहा हो, उन कृषकों को पुरस्कार हेतु वरीयता दी जाएगी। जो कृषक पूर्व में राज्य स्तर से पुरस्कृत किया जा चुका है वह कृषक इस वर्ष के लिए पात्र नही होगा।
कृषक पुरस्कार हेतु मनोनीत कृषकों की संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार), उप निदेशक कृषि (विस्तार), कृषि अनुसंधान केन्द्र/कृषि विज्ञान केन्द्र, सहायक निदेशक उद्यान/ग्राहय परीक्षण केन्द्र के उप निदेशक द्वारा गठित कमेटी पुरस्कार हेतु कृषक का चयन प्रारम्भिक सत्यापन कर अन्तिम रूप से चयन हेतु श्रीमान जिला कलक्टर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर विचारार्थ प्रस्तुत किया जाएगा, तत्पश्चात उपयुक्त पाए जाने वाले एक कृषक का अन्तिम रूप से चयन किया जाएगा। जिसके नोडल प्रभारी अधिकारी उप निदेशक कृषि (विस्तार) जिला परिषद होगें। अन्तिम स्तर पर कृषक का चयन राज्य स्तरीय गठित कमेटी द्वारा किया जाकर राज्य सरकार को अनुमोदन हेतु भिजवाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कृषक जैविक खेती के लिए स्वयं के खेत मे वर्मी कम्पोस्ट इकाई/कम्पोस्ट पिट बना रखा हो, जैव कीटनाशक, जैव उर्वरक आदान स्वयं के तैयार कर उचित फसल चक्र अपनाकर हरी खाद का उपयोग करता हो तथा जैविक खेती संबंधी कोई नवाचार कर जैविक उत्पादन लेता हो जो कि राजकीय/निजी प्रमाणीकरण संस्था से प्रमाणित हो, वही कृषक इस हेतु पात्र माना जावेगा।
उन्होंने बताया कि पुरस्कार हेतु कृषक द्वारा किए जा रहे कार्याे का विवरण सम्पादित उल्लेखनीय गतिविधियों के फोटोग्राफ मय सीडी व चयन किए जाने के लिपिबद्व कारण आवेदन पत्र के साथ संलग्न कर 15 नवम्बर 2022 तक उप निदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय श्रीगंगानगर में जमा करवा सकते है।