जयपुर डिस्कॉम को मिला 6.19 करोड का राजस्व  एमनेस्टी योजनाः बिजली चोरी व दुरूपयोग के 2481 मामलों का निस्तारण 

30 सितम्बर, 2022 तक मिलेगा एमनेस्टी योजना का लाभ

विनय एक्सप्रेस समाचार ,जयपुर। जयपुर डिस्कॉम द्वारा बिजली चोरी व दुरुपयोग के मामलों के त्वरित निस्तारण के लिए चलाई जा रही एमनेस्टी योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष में 17 मई, 2022 तक 2 हजार 481 मामलाें का निपटारा किया गया है। निगम को इससे 6 करोड 19 लाख 67 हजार रूपए राजस्व की प्राप्ति हुई।
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जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक श्री अजीत कुमार सक्सैना ने बताया कि बिजली चोरी व दुरूपयोग के मामलो में 31 दिसम्बर, 2021 तक भरी गई वीसीआर के लम्बित प्रकरणों के निस्तारण हेतु 1 अप्रेल से 30 सितम्बर, 2022 तक 6 माह की अवधि के लिए एमनेस्टी योजना शुरू की गई है। योजना के तहत सभी लम्बित वीसीआर के प्रकरणों का सहायक अभियन्ता कार्यालय स्तर पर ही निपटारा किया जा रहा है।
एमनेस्टी योजना के तहत 1 लाख रूपए तक की सिविल लायबिलिटि या दुरूपयोग की राशि का 50 प्रतिशत व पूर्ण प्रशमन राशि जमा करवाकर प्रकरण का निस्तारण कर दिया जाएगा। जिन प्रकरणों में 1 लाख रूपए से अधिक सिविल लायबिलिटि या दुरूपयोग की राशि है वहां 1 लाख रूपए का 50 प्रतिशत व 1 लाख से अधिक की राशि का 10 प्रतिशत और पूर्ण प्रशमन राशि जमा करवाकर इस योजना का लाभ लिया जा सकेगा।
ब्याज मुक्त 6 समान मासिक किश्तों में कर सकेगें भुगतान
उपभोक्ताओं पर अनावश्यक वित्तीय भार ना पडें इसके लिए 6 समान मासिक ब्याज मुक्त किश्तों में वीसीआर की निर्धारित राशि का भुगतान किया जा सकता है लेकिन गैर उपभोक्ताओं के मामलों में एकमुश्त ही राशि जमा करानी होगी।
न्यायालय से प्रकरण वापस लेने पर ही मिलेगा लाभः
ऎसे मामले जिनमें उपभोक्ता व गैर-उपभोक्ताओं ने वीसीआर के विरूद्ध़ न्यायालय में मुकदमा दायर किया हुआ है एवं इस योजना का लाभ लेने के इच्छुक है तो उन उपभोक्ता व गैर-उपभोक्ताओं को पहले अदालती मामला वापस लेने का शपथ पत्र पेश करना हेगा। ऎसे प्रकरण जिनमें न्यायालय में चालान पेश कर दिया है तो ऎसे प्रकरणों का इस योजना के तहत निस्तारण नही किया जाएगा। इसके साथ ही ऎसे प्रकरण जिन पर निर्णय पहले से ही लिया जा चुका है लेकिन निर्धारण राशि पूर्ण रूप से जमा नही हुई है ऎसे प्रकरणों को भी इस योजना के तहत शामिल किया जाएगा परन्तु पहले से जमा की गई राशि वापस नही होगी।
प्रबन्ध निदेशक श्री सक्सैना ने बताया कि अलवर सर्किल ने 692, जयपुर जिला वृत ने 102, दौसा सर्किल ने 135, टोंक सर्किल ने 226, जयपुर शहर वृत ने 49, झालावाड सर्किल ने 92, कोटा सर्किल ने 191, बांरा सर्किल ने 92, बूंदी सर्किल ने 197, सवाईमाधोपुर सर्किल ने 231, धौलपुर सर्किल ने 57, करौली सर्किल ने 109 तथा भरतपुर सर्किल ने 308 मामलों का निस्तारण एमनेस्टी योजना के तहत किया है। इससे निगम को 6 करोड 19 लाख 67 हजार रूपए के राजस्व की प्राप्ति हुई है।