विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर| राज्यसभा चुनाव: भाजपा की बाड़ाबंदी – जयपुर के नज़दीक जामडोली के रिज़ॉर्ट में बाड़ाबंदी – बाड़ाबंदी को दिया गया है ‘प्रशिक्षण वर्ग’ का नाम – मौज-मस्ती के साथ जारी है विचार-मंथन के सेशंस – अब दिख रही दिल्ली के नेताओं की मौजूदगी – केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर हैं राज्यसभा चुनाव प्रभारी राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी भी आ रहे जयपुर
जयपुर राज्यसभा चुनाव के मद्देनज़र जयपुर के नज़दीक जामडोली में चल रही भाजपा विधायकों की बाड़ाबंदी का आज तीसरा दिन है। ‘अभ्यास वर्ग’ के नाम से हो रही बाड़ाबंदी में आज राष्ट्रीय स्तर के नेता शामिल होंगे। ये सभ नेता अलग-अलग सत्रों में विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखेंगे। साथ ही प्रदेश के विधायकों के साथ मिलकर दोनों सीटों पर जीत की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
दिल्ली’ के नेताओं का जमघट
भाजपा के अभ्यास वर्ग में भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के पहुंचना का सिलसिला तेज़ है। इसी क्रम में राजस्थान में राज्यसभा चुनाव प्रभारी लगाए गए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, राष्ट्रीय महामंत्री व् राजस्थान प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन सिंह मेघवाल का आज के सत्रों में संबोधन प्रस्तावित है।
सस्पेंस… रोचक बना मुकाबला
चार सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव में 5 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। लिहाज़ा एक चौथी सीट पर कांग्रेस और भाजपा में ज़ोर आज़माइश का खेल सस्पेंस बनाये हुए है। विधायकों की संख्या के लिहाज़ से कांग्रेस के दो और भाजपा के एक प्रत्याशी का बिना कोई परेशानी के जीतना तय है।
वहीं एक सीट पर कांग्रेस और भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी के बीच मुकाबला रोचक होने वाला है। दोनों तरफ के प्रत्याशी अपने-अपने पक्ष में ज़्यादा वोट होने के साथ जीत का दावा कर रहे हैं।
‘भाजपा के अलावा 17 विधायकों का समर्थन’
राज्यसभा का चुनावी रण परवान पर है। इसी बीच भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा ने दावा किया है कि उनके पास भाजपा के 30 विधायकों के अलावा सत्रह और विधायकों का समर्थन हैं। इन सत्रह में से आठ कांग्रेस के विधायक हैं। चंद्रा ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा भाजपा और आरएलपी समर्थन दे चुकी है। एक दल के दो विधायक भी समर्थन दे रहे हैं। वो अलग बात है कि दोनों विधायक वोट ही न देने आए। इनके अलावा चार निर्दलीय एवं अन्य दलों के विधायकों ने भी समर्थन दिया है।
चंद्रा ने कहा कि सचिन पायलट को कुछ करने का मौका है। यदि समर्थन देंगे तो 2023 में भी उनका सीएम बनने का सपना पूरा हो सकता है। पायलट को कुछ करना चाहिए।
विनम्रता की ओर झुकना बेहतर है
निर्दलीय उम्मीदवार को सलाह है कि मतदान से पहले प्रतियोगिता से बाहर होना ही अच्छा है। अपमान के बजाय विनम्रता की ओर झुकना बेहतर है, दुर्भाग्य से राजनीति टीवी शृंखला बनाने की तरह नहीं है। जहां आप चुनते हैं कि कौन क्या करता है। – सचिन पायलट, पूर्व उपमुख्यमंत्री