विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। धरने पर बैठक वरिष्ठ अध्यापक। राजस्थान में पदोन्नति की मांग को लेकर वरिष्ठ अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। पिछले 11 दिनों से शिक्षा संकुल में धरने पर बैठे अध्यापकों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। प्रदर्शनकारी अध्यापकों का कहना है कि अगर सरकार ने 11 जून तक हमारी मांग पूरी नहीं की। तो प्रदेश भर के अध्यापक सरकार के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
दरअसल, पिछले साल 3 अगस्त को शिक्षा विभाग की ओर से नया नियम लाते हुए व्याख्याता पदों पर होने वाली पदोन्नति में सेवारत वरिष्ठ अध्यापकों द्वारा यूजी और पीजी एक विषय में होने की अनिवार्यता लागू की गई थी। जिसके चलते प्रदेश के करीब एक लाख वरिष्ठ अध्यापक व्याख्याता पदों पर होने वाली पदोन्नति से बाहर हो गए हैं। ऐसे में वरिष्ठ अध्यापकों द्वारा जिस दिन ये नियम लागू किया गया। उसी दिन से पहले वाले वरिष्ठ अध्यापकों को राहत देने की मांग की।
भूख हड़ताल पर बैठे वरिष्ठ अध्यापकों ने कहा कि एक ही भर्ती में दो नियम लागू नहीं किए जा सकते हैं। जहां व्याख्याता के 50 फीसदी पद जो भर्ती प्रक्रिया से भरे जाएंगे। उन पर यूजी-पीजी के विषयों की अनिवार्यता नहीं है। जबकि पदोन्नति से भरे जाने वाले 50 फीसदी पदों पर यूजी-पीजी समान विषय से रहने की अनिवार्यता रखी गई है। ऐसे में 3 अगस्त 2021 से पहले लगे सेवारत वरिष्ठ अध्यापकों को इस नियम से राहत देनी चाहिए। अगर सरकार ने 11 जून को होने वाली कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को पास नहीं किया। तो वरिष्ठ अध्यापक सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे।