जिला कलक्टर का नवाचार : शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने के लिए ’स्वच्छ विद्यालय- स्वस्थ विद्यालय’ कार्यक्रम का दो चरणों में होगा संचालन

प्रथम चरण की शुरुआत जिले में आगामी 1 जुलाई से

विनय एक्सप्रेस समाचार, पाली। जिला कलक्टर श्री नमित मेहता के नवाचारो से जिले में शिक्षा का ढांचा मजबूत बनेगा एवं जिले के सभी बालकों को शिक्षा के साथ ही खेल व स्वास्थ्य परीक्षण सुविधा मिलने से शारीरिक व मानसिक विकास होगा।
श्री मेहता के नवाचार व प्रयासों से पूर्व में ’खेलो पाली’ कार्यक्रम द्वारा जिले की समस्त ग्राम पंचायतों के एक विद्यालय में खेल मैदान बनाए जा रहे हैं ।
जिला कलक्टर जिले के समस्त बच्चो को शिक्षा मिले इसके लिए शत-प्रतिशत नामांकन कराने को प्रयासरत है साथ ही  शारीरिक, मानसिक व सामाजिक विकास के लिए आगामी 1 जुलाई से स्वच्छ विद्यालय- स्वस्थ विद्यालय कार्यक्रम शुरू किया जाएगा ।
जिला कलक्टर ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के साथ खेल व उनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के अतिरिक्त उनमें अनुशासन व स्वच्छता के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित करना है ।
स्वच्छ विद्यालय-स्वस्थ विद्यालय कार्यक्रम से विद्यार्थियों का शारीरिक ,मानसिक व सामाजिक विकास होगा इस तरह
कार्यक्रम में विद्यार्थियों को स्वच्छ-सुंदर परिसर, स्वच्छ शौचालय स्वयं की स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जाएगा। विद्यार्थियों को नियमित अंतराल में पानी पीने की आदत डालने के लिए घर से पानी की बोतल साथ लाने व प्रति 2 कक्षा के बाद वाटर ब्रेक मिलेगा। छात्रों में बढ़ती ’यूज एंड थ्रो’ की आदत को दूर करने के लिए पॉलिथीन व प्लास्टिक के विवेकपूर्ण निस्तारण व अन्य अनुपयोगी वेस्ट को बेस्ट मे बदलने की आदत का विकास करने व वेस्ट से विद्यालय का सौन्दर्यीकरण हेतु विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा ।
विद्यार्थियों का नियमित अंतराल में स्वास्थ्य परीक्षण किया जाकर हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा । एनीमिया मुक्त राजस्थान के अंतर्गत विद्यार्थियों को आयरन फॉलिक एसिड की गोलियां शिक्षकों की देखरेख में खिलाने, दृष्टि जांच करने वह हाथ धोने की सही विधि की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य संबंधी अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा ।


यह रहेगी कार्य योजना
जिले में ’स्वच्छ विद्यालय-स्वस्थ विद्यालय’ कार्यक्रम का संचालन दो चरणों में किया जाएगा । प्रथम चरण की शुरुआत जिले में आगामी 1 जुलाई से होगी जोकि 30 नवंबर तक चलेगा । इसमें प्रत्येक ब्लाक की 50 प्रतिशत ग्राम पंचायतो के विद्यालय को लिया जाएगा ।
दूसरे चरण का संचालन 1 दिसंबर से 31 मार्च तक होगा । इसमें प्रत्येक ब्लाक की शेष ग्राम पंचायतों के विद्यालय को लिया जाएगा ।
जिला कलक्टर द्वारा इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को प्रथम चरण में लिए जाने वाले विद्यालयों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गये है ।
श्रेष्ठ विद्यालयों को मिलेगा पारितोषिक, श्रेष्ठ कार्मिक होंगे सम्मानित
मूल्यांकन के आधार पर चयनित ब्लॉक के सर्वश्रेष्ठ 5 माध्यमिक व 5 प्राथमिक विद्यालयों का चयन कर जिला स्तर पर पारितोषिक दिया जाएगा । जिला नवाचार निधि व भामाशाहो के सहयोग से माध्यमिक विद्यालयों में 1 लाख व प्राथमिक विद्यालयों में 50 हजार की राशि से विकास कार्य करवाए जाएंगे ।
जिला स्तर पर चयनित विद्यालय के अलावा ब्लॉक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ 3 विद्यालयों का चयन कर प्रथम पुरस्कार 31 हजार , द्वितीय 21 हजार व  तृतीय 11 हजार के विकास कार्य करवाए जाएंगे ।
इसके अतिरिक्त श्रेष्ठ 
कार्मिकों को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा ।