विनय एक्सप्रेस समाचार, चूरू। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के तहत संचालित राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं अब सुरक्षा सखी की जिम्मेदारी निभाएंगी। पुलिस एवं महिलाओं के बीच संवाद स्थापित कर सुरक्षित माहौल देने के उद्देश्य से राजस्थान पुलिस ने सुरक्षा सखी समूह का गठन किया है।
इस सिलसिले में शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में सुरक्षा सखियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। राजीविका जिला परियोजना प्रबन्धक संजय कुमार ने बताया की जिले में राजीविका समूह की 470 महिलाओं का पंजीयन सुरक्षा सखी के रूप में विभिन्न थानों में करवाया गया है। इस प्रशिक्षण में आई सुरक्षा सखियों को सम्बोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवानन्द ने सुरक्षा सखी योजना के उद्देश्य पर चर्चा की और बताया कि राज्य में महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना, उनके अधिकारों व कानून के प्रति जागरुक करना, पुलिस के साथ सकारात्मक संवाद स्थापित करना, समाज के विभिन्न वगोर्ं की पीड़िताओं व पुलिस के मध्य सेतु तैयार करना, सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना का विकास करने को लेकर इस योजना का क्रियान्वयन थाना स्तर पर थानाधिकारी के नेतृत्व में किया जा रहा है। भविष्य में मासिक बैठक का आयोजन थाने स्तर पर समस्याओं के निवारण के लिए किया जाएगा। जिला स्तरीय सुरक्षा सखी कार्यक्रम में जिला प्रबन्धक, अहवाब खान, पूनम चौधरी, जिला रिसॉर्स इन्चार्ज राकेश कुमार, जिला तकनीकी विशेषज्ञ रमेश कुमार, ब्लॉक इन्चार्ज विश्व प्रताप सिंह, देवेंद्र, मोहन सैनी, भावना राठौड़, संगीता कुमावत एवं 300 सुरक्षा सखी उपस्थित रहीं।