विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिले के ग्राम हिराणी में 12 जून को सड़क किनारे स्थित ट्रांसफार्मर से दुर्घटनाग्रस्त हुई कार में लगी भयंकर आग में से गांव की ही एक महिला ने बहादुरी दिखाते हुए तीन बालकों की जान बचाई थी।
जिस पर उनकी बहादुरी से प्रभावित होकर जिला कलक्टर पीयुष समारिया ने संतोष की बहादुरी की तारीफ करते हुए उन्हें प्रशंसा पत्र भी दिया। जिसमें जिला कलक्टर ने कहा कि मौके पर यदि वह जिस बहादुरी व हिम्मत से काम लेते हुए इन्हे नहीं बचाती तो इनका बचना मुश्किल था, जिसके लिए आपकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। मुसीबत में फंसे लोगों की अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए मदद करना एक सच्ची मानवीयता है।
उनकी इस बहादुरी व दिलेरी से अन्य लोग भी प्रेरणा लेगें व मुश्किल में फंसे लोगों की मदद करने को प्रेरित होंगे। इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि संतोष बहादुरी व हिम्मत की एक मिसाल है जो सभी को याद रहेंगी।
इसके लिए जिला प्रशासन उनकी बहादुरी, जांबाजी, दिलेरी व मानवीयता की प्रशंसा करता है।