विनय एक्सप्रेस समाचार, सीकर। राज्य सरकार के निर्देश पर जिले में हैल्दी लिवर कैम्पेन को संचालित किया जा रहा है। इसके तहत जिला प्रशासन, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, महिला एवं बाल विकास, पंचायती राज एवं अन्य सम्बन्धित विभागां के सहयोग से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया होगा। यह जानकारी जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने सभी विभागों के अधिकारियों की आयोजित हुई बैठक में दी।
जिला कलक्टर ने बताया कि हैल्दी लिवर कैम्पेन की कार्य योजना तैयार की गई है। जिसमें विभिन्न विभागों के दायित्व निर्धारित किये गये है। सभी गतिविधियों को अभियान के रूप में गांव – ढाणी तक संचालित किया जायेगा और आमजन को वायरल हेपेटाइटिस के बारे में जागरूक किया जायेगा। वायरल हेपेटाइटिस मुख्यतः दूषित पानी व भोजन तथा संक्रमित ब्लड के कारण होता है तथा यह लिवर को प्रभावित करता है जिससे मृत्यु तक हो जाती है। इसको लेकर सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी ने अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं पंचायती राज विभाग के अन्तर्गत आने वाले सभी पेयजल स्त्रोतो की साफ-सफाई, क्लोरीनेशन करवाया जायेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से गांव-ढांणी तक हैल्थी लिवर के लिये आवश्यक पोषक आहार के लिये गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं को जानकारी दी जायेगी। जिला एवं ब्लॉक स्तर पर हैल्दी लिवर जागरूकता रैलियो का आयोजन होगा।
जेलो में बन्दियों की हेपेटाइटिस बी एवं सी की स्क्रीनिंग
सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी ने बताया कि जिले में स्थित जेलो में बन्दियों की हेपेटाइटिस बी एवं सी की स्क्रीनिंग की जायेगी। वहीं चिकित्सा संस्थान पर एचआईवी से ग्रस्त लोगो की हेपेटाइटिस स्क्रिनिंग की जायेगी। वहीं जिले में वर्तमान में पंजीकृत समस्त गर्भवती महिलाओं की हेपेटाइटिस बी की स्क्रीनिंग की जायेगी तथा सभी शत प्रतिशत नवजात शिशुओं को हेपेटाइटिस बी की बर्थडोज लगाई जायेगी। वही उच्च जोखिम वाले समुहां का हेपेटाइटिस बी का टीकाकरण किया जायेगा। जिले में स्थित सभी डायलिसिस मरीजो की शतप्रतिशत हेपेटाइटिस स्क्रिनिंग की जायेगी तथा पॉजिटीव पाये जाने पर उपचार किया जायेगा।
क्या है वायरल हेपेटाइटिस
सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी ने बताया कि वायरल हेपेटाइटिस एक ऐसी बीमारी है जो वायरस के कारण लिवर को प्रभावित करती है। यह वायरस खून के माध्यम से लिवर में प्रवेश करता है और फिर लिवर फेलियर समेत कई गंभीर बीमारियों को जन्म देता है। यदि इसका इलाज समय पर ना किया जाए, तो यह मौत का कारण भी बन सकता है। वायरल हेपेटाइटिस पांच प्रकार का होता है, ए,बी,सी,डी और ई।वायरल हेपेटाइटिस से बचाव के लिये आवश्यक है की शुद्ध पानी व भोजन का सेवन करें तथा संक्रमित ब्लड एवं असुरक्षित यौन संपर्क से बचा जाये।
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामचंद्र मूण्ड, जिला क्षय रोग डॉ विशाल सिंह, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ हर्षल चौधरी, जिला औषधि भण्डार के प्रभारी डॉ अशोक महरिया, श्री कल्याण अस्पताल के डॉ गजराज सिंह सहित सभी बीसीएमओ, जलदाय, शिक्षा, पुलिस आदि विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।