विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 42 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन के लिए डिमांड राशि जमा करवाई जा चुकी है। विद्युत विभाग एक महीने में इन स्कूलों में कनेक्शन जारी करे, अन्यथा संबंधित अभियंता के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
जिला कलक्टर ने मंगलवार को समग्र शिक्षा अभियान और पोषाहार प्रबंधन की बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। डिमांड राशि जमा करवाए जाने के बावजूद कनेक्शन जारी नहीं करने को उन्होंने गंभीरता से लिया और यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 60 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन के लिए डिमांड नोट जारी करने संबंधी आवेदन कर दिया है।
सभी का परीक्षण करते हुए सात दिनों में डिमांड नोट जारी किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिले का एक भी स्कूल विद्युत कनेक्शन से वंचित नहीं रहे, इस दिशा में सतत कार्यवाही की जाए।
जिला कलक्टर ने प्रत्येक राजकीय एवं निजी स्कूल में बुधवार को आयरन डे आयोजित करने के निर्देश दिए तथा कहा कि स्कूलों में आयरन फाॅलिक एसिड की पर्याप्त टेबलेट्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए संबंधित ब्लाॅक सीएमओ और ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी आपसी समन्वय रखें।
इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हो। उन्होंने शनिवार को नो बैग डे के अवसर पर प्रत्येक निजी और सरकारी स्कूल में ‘गुड टच बैड टच’ और ‘माहवारी स्वच्छता प्रबंधन’ विषय पर चार-चार कार्यशालाएं अनिवार्य रूप से आयोजित करने तथा इनका रिकाॅर्ड संधारित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने कहा कि बाल गोपाल योजना के नियमों का भली प्रकार से अध्ययन कर लिया जाए तथा सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक स्कूल में प्रभावी तरीके से इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिले की स्कूलों से गत सत्र में पांचवी, आठवीं और दसवीं उत्तीर्ण कोई भी बच्चा ड्राॅप आउट नहीं हो। इसके लिए आगे पढ़े हम अभियान के तहत प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि जिले का कोई भी विद्यालय खेल मैदान विहीन नहीं रहे, इसके लिए प्रस्ताव संबंधित उपखण्ड अधिकारी को उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने विभिन्न निर्माण कार्य निर्धारित समय और गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डाॅ. राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक अनिल अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बीएल मीणा, अतिरिक्त परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा गजानंद सेवग, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लोकेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।