नशामुक्त नागौर के साथ हुई बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात

जिले के विद्यालयों में एंटी टोबेको और सरकारी कार्यालयों को तम्बाकु मुक्त परिसर बनाने का अभियान

जिले की 2810 विद्यालयों में तम्बाकू निषेध कमेटियों का गठन, 2718 विद्यालयों में तम्बाकू निषेध विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिले की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बालवा, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्रीबालाजी, राजकीय मनोहरलाल पारीक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कायमसर गांव में विद्यार्थियों ने नशा मुक्त भारत, नशा मुक्त राजस्थान व नशा मुक्त नागौर की बात के साथ-साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात भी हुई और गांव-ढाणी तक इसके प्रति जागरूकता लाने का संकल्प लिया गया।


यह तो केवल उदाहरण है जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में तम्बाकू रोधी गतिविधियां आयोजित की गई। इस दौरान विद्यार्थियों ने विद्यालय स्टाॅफ के साथ नशा मुक्ति और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ संबंधी जागरूकता लाने की शपथ ली। यह तो महज उदाहरण है, मिशन तम्बाकू मुक्त नागौर के तहत जिले में विभिन्न तरह की जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही है।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे इस अभियान में प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सक, अध्यापक से लेकर विद्यार्थियों सहित विभिन्न स्वयंसेवी संगठन भी आगे आकर अपनी भूमिका निभा रहे है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सम्पतराम ने बताया कि मिशन नशा मुक्त नागौर के तहत शनिवार को भी जिले के सरकारी विद्यालयों में एंटी टोबेको कैम्पेन की गतिविधियां जारी रही। जिले के समस्त ब्लॉकों के सीबीईओ की ओर से एंटी टोबेको कैम्पेन की गतिविधियों की मॉनिटरिंग की गई और उन्होंने सहभागिता भी निभाई। उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थानों में एंटी टोबेको कैम्पेन के तहत तम्बाकू नियंत्रण को लेकर विद्यार्थियों के लिए शपथ सहित विभिन्न तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशानुसार जिले के सभी सरकारी कार्यालयों और विद्यालयों को तम्बाकु मुक्त संस्थान घोषित करने की मुहिम चल रही है। इसके तहत जिले के सभी सरकारी संस्थानों में तम्बाकू मुक्त संस्थान- धूम्रपान निषेध क्षेत्र का बैनर चस्पा किया जा रहा है, जिसमें कोटपा एक्ट के तहत दिए गए प्रावधानों की जानकारी दी गई है।


जिला एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान ने बताया कि अभियान के तहत जिले में अब तक 2877 से अधिक सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान एवं धूम्रपान निषेध क्षेत्र घोषित कर दिया है। साथ ही इन सभी शिक्षण संस्थानों में तम्बाकू मुक्त संस्थान- धूम्रपान निषेध क्षेत्र का बैनर चस्पा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 2810 सरकारी एवं निजी विद्यालयों में तम्बाकू निषेध कमेटियों का गठन किया जा चुका है वहीं 2718 सरकारी एवं निजी विद्यालयों में तम्बाकू निषेध विषय पर जागरूकता कार्यक्रम प्रतियोगिता आयोजित की जा चुकी है।