विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलक्टर माननीय भगवती प्रसाद की पहल पर ‘माटी’ परियजना द्वितीय चरण के तहत जिले के पांचों ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों से चयनित गांवों के किसानों को मृदा स्वास्थ्य, जैविक एवं संरक्षित खेती, फसल विविधिकरण, पशुपालन, कीट एवं व्याधि प्रबंधन और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति जागरुक करने तथा कृषि लागत मूल्य घटाने के साथ उत्पादन एवं आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य के साथ जिले में ‘माटी’ परियोजना की द्वितीय चरण मे चयनित 1250 किसानो का रबी फॉर्म प्लान तैयार कर आय बढ़ोतरी के प्रयासों के तहत कृषि उद्यानिकी एवं पशुपालन विभागीय अधिकारियों के साथ कृषि भवन परिसर में बैठक आहूत की गयी।
संयुक्त निदेशक कृषि (वि.) डॉ उदयभान ने अवगत करवाया कि कृषि उद्यानिकी एवं पशुपालन विभाग समन्वित प्रयास करते हुए जिला कलक्टर महोदय की मंशा ने अनुरूप माटी परियोजना अन्तर्गत चयनित किसानों की आय बढोतरी का सार्थक प्रयास करें। चयनित गांवों में चयनित 1250 किसान का रबी फॉर्म प्लान 15 अक्टूबर तक तैयार कर संबंधित प्रभारी कृषि अधिकारी उपलब्ध करावें साथ ही साथ माटी परियोजना खरीफ फार्म प्लान के परिणाम भी उपलब्ध करवावें ताकि परिणाम के संमेकन व विश्लेषण से माटी परियोजना से हुए सकारात्मक परिणामों का व्यापक प्रचार-प्रसार हो सकें।
उप निदेशक कृषि (वि.) कैलाश चौधरी ने बताया कि जिला बीकानेर के पाँच विधानसभा क्षेत्र के 25 गांवों के 1250 किसानों का खरीफ प्लान के समान ही रबी फॉर्म प्लान तैयार करने में कृषि एवं कृषि संबंध विभाग यथा उद्यान, पशुपालन सभी का सहयोग लेते हुए परस्पर समन्वयन से सर्वेक्षण फॉर्म का व्यक्तिशः सूक्ष्म विश्लेषण करने के पश्चात् समेकित रूप से हर किसान का व्यक्तिगत फॉर्म प्लान तैयार किया जाना एवं उत्तरोत्तर प्लान के अनुरूप कृषि उद्यानिकी, पशु-पालन इत्यादि गतिविधियों का किसानो के खेत पर क्रियान्वयन आमदनी में बढोतरी के लक्ष्य को अर्जित करने के तहत किया जाना सुनिश्चित किया जाना है। श्री चौधरी ने अवगत करवाना कि जिले में श्रीमान जिला कलक्टर के नवाचार कार्यक्रम के तहत माटी परियोजना का आगाज 11 मई 2022 से जिला बीकानेर में किया था। चयनित 1250 किसानों को खरीफ फार्म प्लान का लाभ दिया जा चुका है। शीघ्र ही प्राप्त परिणामों से इस नवाचार का सकारात्मक परिणाम परिलक्षित किया जाना है।
मुकेश गहलोत कृषि अधिकारी ने इस अवसर पर माटी परियोजना की अब-तक की प्रगति व “माटी परियोजना सिरोही मॉडल” की तर्ज पर परिणाम व प्राप्त आऊटकम का पॉवर-पोईंट के माध्यम से प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया। उप निदेशक पशु-पालन डॉ रमेश दाधिच ने इस अवसर पर आग्रह किया कि पशुधन सहायक व कृषि पर्यवेक्षक माटी परियोजना के तहत चयनित गांवों में एक इकाई के रूप में कार्य करें तभी वांछित परिणाम जिला कलक्टर महोदय की दिशा-निर्देशानुसार प्राप्त होना संभव होगा।
उक्त बैठक में अमरसिंह गिल सहायक निदेशक कृषि, रामकिशोर मेहरा जिला विस्तार अधिकारी, यशवंती सहायक निदेशक कृषि, माटी योजना प्रभारी कृषि अधिकारी सुभाष विश्नोई, राजेश गोदारा, गिरीराज चारण, राजूराम डोंगीवाल, ममता, सीताराम, प्रदीप कुकणा, भैराराम गोदारा, निकिता व्यास इत्यादि के साथ चयनित गांवो के सहायक कृषि अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक व पशुधन सहायक भी मौजूद रहे।