विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि डीग महोत्सव के माध्यम से कस्बे के पुरामहत्व, ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों को पर्यटन मानचित्र पर लाने का प्रयास किया जायेगा।
पर्यटन मंत्री श्री सिंह सोमवार को डीग महोत्सव-2022 की अध्यक्षता करते हुए आयोजित शोभायात्रा को हरी झण्डी दिखाकर एवं असमान में गुब्बारे छोडकर डीग महोत्सव का आगाज करते हुए आयोजित समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में पर्यटन के विकास के लिए नई पर्यटन नीति बनाई साथ ही पर्यटक स्थलों के विकास हेतु पर्यटन कोष का भी गठन किया है। जिससे पर्यटक स्थलों का विकास एवं सौंदर्यीकरण कर देशी विदेशी पर्यटकों को राजस्थान में लाने का प्रयास किया जायेगा जिससे पर्यटन उद्योग को फिर से पटरी पर लाकर युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पर्यटन को औद्योेगिक श्रेणी का दर्जा दिये जाने से पर्यटन उद्योग को अन्य उद्योगों की भॉति राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं का भी लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि डीग महोत्सव आयोजित किये जाने का उद्देश्य डीग की रियासतकालीन ऐतिहासिक धरोहरों की ओर पर्यटकों का रूझान बढाकर डीग को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि उनका यह प्रयास रहेगा कि डीग के रियासतकालीन धरोहरों के ऐतिहासिक स्वरूप को बनाये रखने के लिए राज्य सरकार से धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि विगत दिनों से हो रही अतिवृष्टि के कारण शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव हो जाने के कारण आमजन एवं कृषक त्रस्त हैं वे जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ जलभराव क्षेत्रों का निरीक्षण कर जल निकासी कराई जाने का भी प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक राजेश शर्मा, जिला कलक्टर आलोक रंजन, जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह, एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ पदम सिंह, नगरपालिका डीग के अध्यक्ष निरंजन टकसालिया, उपखण्ड अधिकारी डीग हेमन्त कुमार, पुलिस उपाधीक्षक रघुवीर सिंह सहित भारी संख्या में क्षेत्र की गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कवि भगवान मकरन्द ने किया।
शोभायात्रा में दिखा राजस्थानी रंग
पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने डीग महोत्सव-2022 में अलबेली शोभायात्रा को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह शोभायात्रा ऐतिहासिक जल महलों से रवाना होकर मुुख्य बाजारों, गणेश मंदिर होते हुए जलमहलों में पहुंची। इस शोभायात्रा में निवाई टोंक के दल द्वारा कच्ची घोडी नृत्य, बांरा के दल द्वारा सहारिया नृत्य, कैथवाडा के दल द्वारा भपंग वादन, जयपुर के दल द्वारा कालबेलिया नृत्य, पाली के दल द्वारा तेरहताल नृत्य, बांरा के दल द्वारा चकरी नृत्य, किशनगढ़ के दल द्वारा चरी नृत्य, खारी के दल द्वारा रिम भवाई, बाडमेर के दल द्वारा खडताल, डीग के दलों द्वारा बम्ब पार्टी प्रदर्शन का प्रदर्शन किया। इसके अलावा शोभायात्रा में राजशी वेशभूषा एवं ठाठ-बाठ से रियासतकालीन परम्पराओं का प्रदर्शन किया जिनको दर्शकों ने जमकर सराहा। इस शोभायात्रा में स्थानीय महिलाओं द्वारा कलश यात्रा, स्थानीय विद्यालयों के विद्यार्थियों, स्काउट गाइड, एनसीसी एवं स्थानीय गणमान्य नागरिकों ने बडे उत्साह के साथ भाग लिया।
इसके पश्चात् राजस्थान के विभिन्न जिलों से आये लोक कलाकारों के जत्थों द्वारा डीग जलमहल के विभिन्न ब्लॉकों में अपनी-अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर उपस्थितजनों का मनोरंजन कर उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर रंग-बिरंगे फव्वारों ने भी आकर्षक छटा बिखेरी।
प्रतियोगिता में यह रहे विजेता
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक अनिल राठौड ने बताया कि दमखम कबड्डी प्रतियोगिता में ग्राम अऊ की टीम विजेता एवं ग्राम निगोई की टीम उपविजेता रही, मूछ प्रतियोगिता में पुष्पेन्द्र कौंरेर विजेता एवं हरभजन श्रीपुर उपविजेता रहे, राधा कृष्ण पोशाक प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में एमजेएफ स्कूल डीग के सुरेश चन्द विजेता एवं केसर उपविजेता रहे तथा जूनियर वर्ग में ज्योति, नव्य प्रथम, प्रहुल, उदित द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर दक्ष रहे।
पर्यटन मंत्री एवं जिला कलक्टर ने किया ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा
पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह एवं जिला कलक्टर आलोक रंजन ने पंचायत समिति डीग की ग्राम पंचायत गिरसे, खौहरी, सहरई में अतिवृष्टि से हुए जलभराव का अवलोकन किया एवं उपखण्ड अधिकारी को कृषकों के लिए अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकंलन करने के निर्देश दिये।