विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिला स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन मंगलवार को सेठ किशनलाल कांकरिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में किया गया।
मुख्य अतिथि के रुप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर पीयुष समारिया ने सभी भामाशाहों को सहयोग के लिए धन्यवाद प्रेषित करते हुए कहा कि भामाशाहों का सहयोग जिले में शिक्षा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रभाव के बाद शिक्षा में परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि भामाशाहों और प्रशासन के सहयोग से जिले को विकास के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिले के विकास के लिए भामाशाहों के सहयोग व सुझावों का जिला प्रशासन सदैव स्वागत करता है।
वहीं उपखंड अधिकारी सुनील पंवार ने कहा कि भामाशाहों के सहयोग से ही जिले के विभिन्न स्कूलों में आईसीटी लैब विकसित हुई। भामाशाहों का यह योगदान देश में शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान है, जिससे एक अच्छे भारत निर्माण की कल्पना की जा सकती है। इस दौरान उन्होंने भामाशाहों से इसी प्रकार सहयोग करने की अपील करते हुए उनका आभार जताया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीडीईओ सुरेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जिले में शिक्षा के क्षेत्र में करवाए गए विभिन्न विकास कार्यों में भामाशाहों का सहयोग अतुलनीय रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मंदिरों में भामाशाहों द्वारा किए गए विभिन्न सहयोग से छात्रों को विभिन्न सुविधाएं सुलभ हुई है उन्होंने आगे भी इसी तरह सामूहिक सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने की बात कही।
गौरतलब है कि वर्ष 2019-20 में 45 भामाशाहों व 6 प्रेरको तथा वर्ष 2020-21 में 76 भामाशाहों व 18 प्रेरको एवं वर्ष 2021-22 में 161 भामाशाहों व 24 प्रेरकों को शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए जिला मुख्यालय पर मंगलवार को आयोजित सम्मान समारोह में जिला कलक्टर पीयुष समारिया व उपखण्ड अधिकारी सुनील पंवार ने प्रशस्ति पत्र व मोमेंटों देकर सम्मानित किया।