देश में सनातन आश्रमों में रोजा इफ्तार स्वीकार नहीं होगी- महामण्डलेश्वर हंसराम

विनय एक्सप्रेस समाचार, भीलवाड़ा। मूलचन्द पेसवानी भीलवाड़ा के हरिशेवा उदासीन आश्रम सनातन मन्दिर के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम महाराज ने कहा है कि देश में सनातन आश्रमों में नियमित पूजा अर्चना, सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमों के अलावा रोजा इफ्तार आयोजनों को कतई स्वीकार नहीं किया जायेगा। ऐसा अब अगर दोबारा होता है तो सनातन आश्रम वाले भी मुस्लिम समुदाय के इबाबतगाहों व मस्जिदों के बाहर ढोल नंगाड़े बजाकर रामधुनि करेगा।


महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम महाराज ने बुधवार को अजमेर के जतोई दरबार उदासीन आश्रम सनातन मन्दिर में संत समाज व सनातन धर्म प्रेमियों के साथ विचार विमर्श के दौरान तथा पत्रकारों से बात करते हुए यह बात कही। उल्लेखनीय है कि जतोई दरबार परिसर के गार्डन में पिछले कुछ समय से जबरदस्ती रोजा इफ्तार का कार्य कराया जाता है। 26 अप्रेल 22 को भी ऐसा ही वहां के कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के दबाव में प्रशासन द्वारा कराया गया। इस अवसर पर आश्रम में उदासीनाचार्य श्रीचन्द्र भगवान की मूर्ति स्थापना की गई और आगामी तिथियों में प्राण प्रतिष्ठा कर विधिवत् स्थापित की जायेगी।
महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम महाराज ने रोजा इफ्तार कराने वालों को विधर्मी कहते हुए कहा कि गंगा जमनी तहजीब का उदाहरण दिया जाता है ओर सनातन आश्रम में आकर ऐसा करते है। अगर ऐसा है तो सनातन आश्रम वालों को भी मस्जिद इबाबतगाहों में बुलाकर हमारी अखंड रामधुनी करानी चाहिए। अब भविष्य में देश में सनातन आश्रमों में रोजा इफ्तार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम महाराज ने कहा कि सनातन धर्म सभी को जोडने के अलावा सहयोग की भावना रखता है। उन्होने कहा कि अखण्ड भारत में विभाजन की त्रासदी के बाद सनातन धर्म की रक्षा के लिये समाजबन्धु देश भर में स्थापित हो गये और सभी को साथ लेकर सेवा दे रहे हैं। इससे पूर्व संतो द्वारा आश्रम में स्वामी दांदूराम, स्वामी होतूराम की मूर्तियों के अलावा शिव भगवान, माता मन्दिर, महाकाल व आराध्य देव झूलेलाल की विशाल प्रतिमा पर पूजन कर आर्शीवाद लिया। कार्यक्रम में तीर्थराज पुष्कर स्थित श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम के महन्त हनुमानराम, ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महन्त स्वरूपदास, बालकधाम किशनगढ के स्वामी श्यामदास, राजकोट के स्वामी अमरदास, स्वामी ईसरदास, स्वामी आत्मदास, महंत अर्जुनदासजी, प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली के स्वामी राजूराज, आदर्श नगर के दादा नारायणदास उपस्थित थे। संतो द्वारा आर्शीवचन में कहा कि सदैव समाज की ओर से नियमित पूजन के साथ तिथि त्योहार पर सामूहिक आयोजन किये जा रहे हैं। आश्रम के भाई फतनदास ने सभी का आभार प्रकट करते हुये कहा कि आश्रम सदैव सनातन धर्म के सेवा के लिये सहभागी रहेगा।
इस अवसर पर सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कवंलप्रकाश किशनानी, महामंत्री हरी चंदनानी, रमेश टिलवाणी, अजमेर सिन्धी सेन्ट्रल महासमिति के अध्यक्ष नरेन शाहणी भगत, स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष तुलसी सोनी, झूलेलाल मन्दिर के अध्यक्ष प्रकाश जेठरा, भोलेश्वर मन्दिर के अध्यक्ष ओमप्रकाश हीरानंदाणी, पूज्य सिन्धी पंचायत पंचशील के अध्यक्ष राधाकिशन आहूजा, उपाध्यक्ष मोहन चेलाणी, मंत्री मनोज मेंधाणी, भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, प्रदेश संत सम्पर्क प्रमुख मोहन तुलस्यिाणी, अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी, प्रदेश मंत्री युवा मनीष गुवालाणी, सांस्कृतिक मंत्री घनश्याम भगत,  सिन्धु समिति के अध्यक्ष जयकिशन लख्याणी, हरकिशन टेकचंदाणी, आदर्श नगर पंचायत के जगदीश अभिचंदाणी, दरगाह बाजार व्यापारिक संगठन के गिरीश लालवाणी, सिन्धी बेल विकास समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश मंघनाणी, अभियंता अशोक रंगनाणी, समाजसेवी निरंजन शर्मा, रमेश मेंघाणी, लेखराज, प्रदीप हीरांनदाणी सहित अलग अलग सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता व आश्रम के सेवादार उपस्थित थे।
विश्व हिन्दु परिषद के पदाधिकारियों ने संतो का स्वागत कर लिया आर्शीवाद –
समारोह में विश्व हिन्दु परिषद के प्रदेश सहमंत्री एडवोकेट शशि प्रकाश इंदोरिया, महानगर धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख शेखर उबाना, संजय तिवारी, सामाजिक समरता प्रमुख ओमराय, शंकर सिंह राठौड, नीरज पारीक, दिलीप ंिसह राठौड गौरक्षा प्रमुख, धर्मप्रचार के प्रान्त सह प्रमुख लेखराज सिंह, कैलाश सिंह भाटी ने पहुंच कर संतों का स्वागत करके आर्शिवाद प्राप्त किया।