विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा ने बीकानेर में एक कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल को हॉल से बाहर निकाल दिया। दरअसल, मीणा मंच से भाषण दे रहे थे। उस वक्त कलेक्टर मोबाइल फोन पर बात कर रहे थे। मीणा इससे नाराज हो गए। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि आप यहां से जाइये। तब कलेक्टर बाहर
गए। बाद में लोगों के बुलाने पर वापस आ गए।
दरअसल, सोमवार सुबह बीकानेर के रविंद्र रंगमंच पर चल रहे कार्यक्रम के दौरान मीणा सरकार की योजनाओं के बारे में बोल रहे थे। इस दौरान मीणा ने पीछे मुड़कर देखा तो कलेक्टर मोबाइल फोन पर बात कर रहे थे। मीणा ने कहा- हम सरकार की योजनाओं पर बात कर रहे हैं। आप हमारी बात क्यों नहीं सुन रहे हैं। क्या इस सरकार पर ब्यूरोक्रेट इतने हावी हो गए हैं। इस पर कलेक्टर उठकर जाने लगे। मंत्री ने भी कह दिया- आप यहां से जाइये। इसके बाद कुछ अन्य लोगों ने कॉल किया और कलेक्टर को वापस बुलाया।
मैं पहली बार मिला
बाद में मीणा ने कहा- कलेक्टर के कामकाज की समीक्षा तो मीटिंग में होगी। हम अच्छा या बुरा तो नहीं जानते, लेकिन कैसा काम किया, ये मीटिंग में पता चलेगा। मैं पहली बार इन कलेक्टर से मिला हूं। अभी तो फोन का इश्यू था, जिस पर उनको कहना पड़ा।
पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा ने बीकानेर में एक कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल को हॉल से बाहर निकाल दिया। दरअसल, मीणा मंच से भाषण दे रहे थे। उस वक्त कलेक्टर मोबाइल फोन पर बात कर रहे थे। मीणा इससे नाराज हो गए। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि आप यहां से जाइये। तब कलेक्टर बाहर चले गए। बाद में लोगों के बुलाने पर वापस आ गए।
दरअसल, सोमवार सुबह बीकानेर के रविंद्र रंगमंच पर चल रहे कार्यक्रम के दौरान मीणा सरकार की योजनाओं के बारे में बोल रहे थे। इस दौरान मीणा ने पीछे मुड़कर देखा तो कलेक्टर मोबाइल फोन पर बात कर रहे थे। मीणा ने कहा- हम सरकार की योजनाओं पर बात कर रहे हैं। आप हमारी बात क्यों नहीं सुन रहे हैं। क्या इस सरकार पर ब्यूरोक्रेट इतने हावी हो गए हैं। इस पर कलेक्टर उठकर जाने लगे। मंत्री ने भी कह दिया- आप यहां से जाइये। इसके बाद कुछ अन्य लोगों ने कॉल किया और कलेक्टर को वापस बुलाया।
मंत्री रमेश मीणा राजीविका योजना के तहत महिलाओं से संवाद कर रहे थे। –
महिलाओं से कर रहे थे संवाद
दरअसल, मीणा यहां राजीविका योजना के तहत लाभ ले रही महिलाओं से संवाद कर रहे थे। रविंद्र रंगमंच पर करीब 200 महिलाएं आई हुई थीं। मंत्री सरकार की योजनाओं के बारे में बताते हुए महिलाओं से पूछ भी रहे थे कि वो क्या काम कर रही हैं। अब तक उन्हें क्या लाभ हुआ है।
कलेक्टर ने नहीं दिया जवाब
मीणा ने बहुत कुछ ब्यूरोक्रेसी पर कहा लेकिन कलेक्टर ने एक शब्द भी नहीं बोला। वो उठे और हॉल से बाहर निकल गए। ये विवाद होने के बाद भी कलेक्टर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।