बच्चे चाहें भारतीय हो या नेपाली या अन्य किसी क्षेत्र के, बाल श्रम से मिले मुक्ति
बाल श्रम से प्रभावित बच्चों के पुनर्वास के साथ शिक्षा भी करे सुनिश्चित
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में जिला बाल संरक्षण इकाई की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बाल श्रम पर अंकुश लगाने एवं इससे जुड़े कानूनों तथा विभिन्न विभागों द्वारा बाल श्रम के विरूद्व की गई कार्यवाहियों की समीक्षा की गई।
जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने बाल श्रम निवारण से जुड़े अधिकारियों से कहा कि वे जिले में जहां भी बाल श्रम से जुड़े कार्यो में बच्चों को यदि काम में लगाते है उन पर कड़ी दृष्टि रखी जाए क्योंकि वे लोग नैतिकता से बच्चों के साथ इस मामले में अन्याय कर रहे है। वे लोग अपने तुच्छ स्वार्थ की खातिर बच्चों को शिक्षा से न केवल वंचित कर उनको योग्य नागरिक बनाने के हक को समाप्त कर रहे हैं, ब्लकि उन बच्चों में अच्छे संस्कार भी पनपाने में रोड़ा अटका रहे है। ऐसे व्यापारी और घरेलू काम कराने वाले लोग जो बालकों को बिना किसी दस्तावेज के रखे हुए है उन पर कानूनी कार्यवाही भी करें।
डाॅ. सोनी ने बैठक के दौरान कहा कि बच्चे चाहे भारत के हो या नेपाल के या अन्य किसी के क्षेत्र के उन्हें बाल श्रम से मुक्ति मिलनी ही चाहिए। ऐसे लोग जो बाल श्रम को बढ़ावा देते है और बच्चों को शिक्षा से वंचित रखते है उन पर कड़ी कार्यवाही की जाए। इसके लिए जिले में इस प्रकार का अभियान चलाया जाए जहां बालकों से श्रम कराया जा रहा हो, वह नेपाली मूल के बाल श्रमिक ही क्यों ना हो अपितु भारतीय बच्चों के लिए भी उनके संरक्षण पर विशेष कार्यवाही करने पर बल दिया।
बैठक में बाल कल्याण समिति नागौर के अध्यक्ष मनोज सोनी ने प्रस्ताव रखा की जिले में बाल भिक्षावृति में लगें ऐसे बच्चों के बारे में एक अभियान चलाकर भिक्षावृति में लगे बच्चों के पुनर्वास की स्थिति में लाकर नागौर जिलंे को बाल भिक्षावृति से मुक्त करवाया जाए। इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने जिले में भर शीघ्र ही बाल भिक्षावृति को समाप्त करने के लिए अभियान चलाया जाएगा और इस कार्य में लिप्त बच्चों के पुनर्वास के लिए समुचित प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में किशोर न्याय बोर्ड सदस्य राजलक्ष्मी आचार्य एवं अखाराम, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग सिकराम राम चैयल, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारीता विभाग किशनाराम लोल, एडीईओ सुरेश कुमार, श्रम निरीक्षक नागौर मूलचन्द, चाइल्ड हैल्प लाईन काॅर्डीनेटर हेमन्त सैनी, कनिष्ठ सहायक डिसीपीयू राम भक्त आदि उपस्थित रहे।