अलवर जिला कलक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण हेतु ग्रहण किया सर्वेश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार

विनय एक्सप्रेस समाचार, अलवर। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपती मुर्मू ने अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में अलवर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी को वर्ष 2022 के लिए दिव्यांगजन सशक्तिकरण हेतु उत्कृष्ट कार्य करने पर सर्वश्रेष्ठ जिले का पुरस्कार प्रदान किया।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा यह पुरस्कार प्रतिवर्ष दिव्यांगजन के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले देशभर में केवल एक जिले को प्रदान किया जाता है।

सक्षम अलवर अभियान से दिव्यांगजनों को दिया योजनाओं का लाभ

जिला प्रशासन अलवर द्वारा राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार दिव्यांगजन हेतु सक्षम अलवर अभियान का नवाचार किया है जिसके प्रथम चरण के तहत माह अप्रैल व मई में दिव्यांगजनों का डोर टू डोर सर्वे कर डेटाबेस तैयार किया गया था। दूसरे चरण के सर्वे में सम्मिलित किए गए दिव्यांगजन को जिले के 22 विभिन्न पंचायत समिति मुख्यालयों एवं नगर परिषद, नगर पालिका मुख्यालयों में शिविर लगाकर मौके पर ही लाभान्वित किया गया था। शिविरों में भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम की टीम द्वारा दिव्यांगजन को उनकी दिव्यांगता के अनुरूप सहायक उपकरण के लिए पंजीकरण और प्रमाणीकरण किया था। चिकित्सा दल द्वारा मौके पर ही दिव्यांगता की जांच कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किए गए थे। सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग द्वारा दिव्यांगजन से दिव्यांगता प्रमाण पत्र हेतु आवेदन करवाकर मौके पर ही उन्हें मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन प­शन, मुख्यमंत्री पालनहार योजना, सहायक उपकरण, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना आदि से मौके पर जोड़ा गया। सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रत्येक केम्प में 10 ईमित्र केंद्र एवं एलिम्को के दल द्वारा 10 सीएससी ऑपरेटर की व्यवस्था की गई थी। केम्प स्थल पर राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा दिव्यांगजन को रोडवेज बस पास मौके पर ही जारी किए गए थे। इन विभागों के अतिरिक्त जिला प्रशासन, उपखंड प्रशासन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा भी दिव्यांगजन को लाभ दिलवाने के लिए विभिन्न प्रकार से सहयोग किया था।

सक्षम अभियान के तृतीय चरण में दिव्यांगजन को उनकी आवश्यकता के उपकरण इस वर्ष दीपावली के ठीक पहले दो करोड़ इकतालीस लाख रुपये की लागत से 1839 दिव्यांगजन को 2200 से अधिक उपकरण भारत सरकार की एडिप योजना में एलिम्को की टीम द्वारा उपलब्ध करवाए गए थे। जिले द्वारा गत वर्ष मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्कूटी योजना बजट घोषणा 2022-23 की क्रियान्विति पूर्ण पारदर्शिता के साथ करके 109 दिव्यांगजन को स्कूटी प्रदान की गई थी। राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्कूटी योजना में दिव्यांगजन हेतु गत बजट की तुलना में 2 हजार से बढ़ाकर 5 हजार की है। योजना अंतर्गत अलवर जिले में 823 विशेष योग्यजन के आवेदन प्राप्त हुए हैं जो राज्य में सर्वाधिक आवेदन प्राप्त करने वाले जिलों में सम्मिलित है। जिला प्रशासन अलवर द्वारा सक्षम अलवर अभयिान में अलवर सिलिकोसिस केयर का नवाचार जिले के सिलिकोसिस पीडित परिवारों को राजस्थान सिलिकोसिस नीति के तहत राहत प्रदान करने एवं खदानों, पाउडर फैक्ट्रीज एवं क्रेशर पर काम करने वाले श्रमिकों को सिलिकोसिस जैसी गंभीर बीमारी से बचाने एवं उनकी स्वास्थ्य जांच कर आवश्यकतानुसार सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए जिले में 10 स्थानों पर माह सितंबर व अक्टूबर में शिविरों का आयोजन कर लगभग 500 लोगों की स्वास्थ्य जांच की थी।

पहली बार निःशुल्क ब्रेल लिपि व आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया

सक्षम अलवर अभियान नवाचार में जिले में पहली बार स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने विद्यालय में अध्ययनरत दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को निःशुल्क ब्रेल व आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी 27 सितंबर से प्रारंभ करवाया जो अनवरत जारी है। साथ ही सक्षम अलवर अभियान म­ वद्यिालय में अध्यनरत दृष्टिबाधित बच्चों के लिए साइटसेवर्स स्वयंसेवी संस्था के सहयोग से मोबाइल एवं लैपटॉप आधारित प्रशिक्षण का क्रियान्वयन भी किया जा रहा है इन विद्यार्थियों को साइटसेवर्स द्वारा मोबाइल एवं लैपटॉप भी प्रदान किया गया है।
सक्षम अलवर अभियान के एक घटक के रूप में सुगम्य अलवर का क्रियान्वयन किया जा रहा है। अभियान के पहले चरण में सभी राजकीय भवनों को दिव्यांगजन व वरिष्ठजन हेतु रैम्प एवं रेलिंग से युक्त कर व्हीलचेयर की व्यवस्था कर सुगम्य बनाया जा रहा है। जिले के ऐसे विभाग जिन्होंने जिले में संचालित अपने सभी कार्यालयों को दिव्यांगजन व वरिष्ठजन हेतु सुगम्य बनाया है, उन्हें जिला प्रशासन द्वारा सुगम्य राजकीय भवनों का प्रमाण पत्र भी जारी किए जा रहे हैं। 16 अक्टूबर को प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित दिव्यांगजन उपकरण वितरण समारोह में जिले के 3 विभागों सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय एवं जिला रोजगार कार्यालय को सुगम्य राजकीय विभाग का प्रमाण पत्र जारी किया गया था।
जिले में 16 अक्टूबर को आयोजित दिव्यांगजन उपकरण वितरण समारोह में केंद्र सरकार की सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय की राज्यमंत्राी सुश्री प्रतिमा भौमिक, राज्य सरकार के मंत्री श्री टीकाराम जूली एवं अलवर सांसद महंत बालकनाथ सम्मिलित हुए थे। उन्होंने सक्षम अलवर अभियान की स्टाल का निरीक्षण किया था और निरीक्षण के दौरान उन्होंने सक्षम अलवर अभियान के नवाचार को अद्भुत और दिव्यांगजन के कल्याण के लिए संचालित देश म­ अनूठा नवाचार बताया था उन्होंने मंच के माध्यम से भी सक्षम अलवर अभियान की प्रशंसा की थी।

सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का सुगमता से मिल रहा है लाभ

वर्तमान में जिले में 29 हजार 562 विशेष योग्यजन सामाजिक सुरक्षा प­शन का लाभ प्राप्त रहे हैं, दिव्यांगजन उपकरण में 2.41 करोड रुपए की लागत से 1839 दिव्यांगजन को उनकी आवश्यकता के हिसाब से 2200 उपलब्ध करवाए हैं। जिले में 4041 विशेष योग्यजन पालनहार मुख्यमंत्री पालनहार योजना का लाभ प्राप्त कर अपने बच्चों की पालन पोषण एवं शिक्षा की व्यवस्था कर रहे हैं। जिले में 27 हजार 990 लोगों को ऑनलाइन दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किया जा चुके हैं। 26 हजार 197 लोगों को यूनिक डिसेबिलिटी आइडेंटिटी कार्ड जारी किए गए हैं। जिले में 3655 विशेष योग्यजन बच्चों को विद्यालय में नामित कर उनकी शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। दिव्यांग बच्चों को राज्य सरकार द्वारा विशेष योग्यजन छात्रवृत्ति, सामाजिक सुरक्षा प­शन एवं निशुल्क सहायक उपकरण उपलब्ध करवाए जा रहे है।
जिले में विशेष योग्यजन हेतु संचालित योजनाओं विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना, सुखद दांपत्य विवाह योजना एवं अनुजा निगम द्वारा संचालित नेशनल हैंडीकेप्ट डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा दिव्यांगजन सशक्तकिरण योजना का संचालन किया जा रहा है। जिले में दिव्यांगजन के सशक्तिकरण की दिशा में आगामी कदम बढ़ाते हुए दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन एवं विवाह समारोह हेतु आवेदन लिए जा रहे है ताकि जिला प्रशासन दिव्यांगजन के हमसफर के चुनाव में मदद कर सके। उन्होंने नवनिर्मित मिनी सचिवालय में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशन पर भूतल पर कक्ष संख्या 98 दिव्यांगजन व वरिष्ठजन के लिए एकल खिड़की के रूप में सक्षम सहायता कक्ष की स्थापना की है ।

अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर जिला कलक्टर कार्यालय को मिला विशेष योग्यजन के क्षेत्र में कार्यरत सर्वश्रेष्ठ कार्यालय का राज्य स्तरीय पुरस्कार

जिले के चार व्यक्तियों को भी मिला सर्वश्रेष्ठ विशेष योग्यजन का पुरस्कार

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री टीकाराम जूली की अध्यक्षता में जयपुर स्थित भगत सिंह मेहता सभागार एचसीएम आरआईपीए ओटीएस में आयोजित समारोह में अन्तरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर विशेष योग्यजन के क्षेत्र में कार्यरत सर्वश्रेष्ठ कार्यालय के रूप में जिला कलक्टर कार्यालय अलवर को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिला कलक्टर की ओर से इस पुरस्कार को राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक श्री रविकान्त ने ग्रहण किया। साथ ही जिले के चार व्यक्तियों को भी सर्वश्रेष्ठ विशेषयोग्यजन के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

व्यक्तिगत श्रेणी में इन्हें मिला पुरस्कार
अलवर जिले के नीमराना तहसील के ग्राम सासेडी निवासी श्री बिजेन्द्र कुमार को स्टेट लेवल पैरा एथेलेटिक चैम्पियनशिप 2019 में 400, 800 व 1500 मीटर की दौड में प्रथम स्थान पर, इसी प्रकार वर्ष 2002 में 100 व 200 मीटर की दौड में द्वितीय स्थान पर रहने सहित एथेलेटिक्स में अन्य उपलब्धियों के लिए, तिजारा तहसील के ग्राम बिछाला निवासी श्री हरिओम यादव को वर्ष 2020 में स्टेट लेवल दिव्यांग पैरा एथेलेटिक्स चैम्पियनशिप में जैवलिन थ्रो में द्वितीय स्थान, डिस्क थ्रो में तृतीय स्थान तथा वर्ष 2022 में इसी चैम्पियनशिप में जैवलिन थ्रो व डिस्क थ्रो में तृतीय स्थान प्राप्त करने सहित एथेलेक्टिस की अन्य उपलब्धियों के लिए, तहसील मालाखेडा के हल्दीना निवासी श्री सुनील कुमार साहू को 20वीं नेशनल पैरा एथेलेटिक्स चैम्पियनशिप में वर्ष 2022 में 100 मीटर दौड में स्वर्ण पदक व स्टेट लेवल दिव्यांग पैरा एथेलेटिक्स चैम्पियनशिप में 400 मीटर दौड में प्रथम स्थान व 100 मीटर द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर तथा तहसील मालाखेडा के ग्राम जमालपुर निवासी श्री अवधेश सिंह को विभिन्न सामाजिक कार्यों व पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्य स्तरीय विशेष योग्यजन पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसमें प्रत्येक को 10 हजार रूपये की राशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।